टिहरी/देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भिलंगना विकासखंड के बालगंगा एवं बूढ़ाकेदार क्षेत्र में हुई भारी बारिश और भूस्खलन को लेकर लगातार विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह एवं जिला अधिकारी टिहरी गढ़वाल मयूर दीक्षित से राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में लगातार जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दिल्ली से ही उत्तराखण्ड के टिहरी मे आई आपदा पर अपनी नजरें लगा रखी हैं और वह बचाव व राहत कार्य के लिए लगातार मोर्चा संभाले हुये हैं। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को दो टूक संदेश दिया है कि बारिश के इस मौसम से संवेदनशील गांव को चिन्हित कर प्रभावित गांववासियों को सुरक्षित जगह ठहराया जाये जिससे उनके और उनके पशुओं के जीवन पर संकट खडा न हो। बाढ से आई तबाही मे हर पीडित परिवार के साथ मुख्यमंत्री खडे हुये नजर आ रहे हैं और इस भयावह आपदा जिनकी मौत हुई है उनके परिजनों को मुआवजा देने के लिए जिला प्रशासन को आदेश दिये और उसका पालन भी आनन-फानन मे जिला प्रशासन ने किया। दिल्ली से उत्तराखण्ड मे हो रही बारिश व नदियों मे बढते जल स्तर को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के डीएम व आपदा प्रबन्धन की टीमों को चौबीस घंटे अलर्ट मोड मे रहने के आदेश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को तिनगढ़ गांव के अलावा आपदा प्रभावित क्षेत्र के अन्य संवेदनशील गाँवों को तत्काल चिन्हित कर प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए। इसके साथ स्थानीय निवासियों के मवेशियों एवं अन्य पालतू पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर रखे जाने की व्यवस्था करने तथा राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी तरीके से चलाए जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने बताया कि बालगंगा क्षेत्र तोली गांव में दो जनहानि हुई, मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख के राहत राशि के चेक तथा आवास क्षति का ०1 लाख 35 हजार रुपए का चेक कल ही तत्काल उपलब्ध कराए गए। दो पशु हानि होने पर संबंधित पशुपालकों को 57 हजार 5०० रुपए की मुआवजा राहत राशि के चेक वितरित किए गए। जिलाधिकारी ने बताया कि तिनगढ गांव को कल ही खाली कराकर प्रभावित परिवारों को अस्थाई राहत शिविर रा.ई.का. बिनकखाल में शिफ्ट किया गया। शिविर में प्रभावितों हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।
आपदाग्रस्त ग्राम तोली, जखाणा, कोट, विशन, थाती बूढाकेदार, पिंसवाड़ उरणी, अगुण्डा, कोटी आदि ग्रामों में सार्वजनिक रास्ते, कृषि भूमि, सड़क, पेयजल लाईन, विद्युत आदि परिसम्पत्तियों के क्षति आंकलनध्सर्वे कार्य हेतु कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य, राजस्व, उद्यान, समाज कल्याण, सहकारिता विभाग के अधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि बीते रोज अतिवृष्टिध्बादल फटने से पिन्सवाड़ में तोली, कोटी, जखाणा, पिन्सवाड़, अगुण्डा में ट्रांसफार्मर व विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होने से विद्युत आपूर्ति बाधित है, जिसकी सुचारीकरण की कार्यवाही की जा रही है। घनसाली के अंतर्गत ग्राम थाती बुढाकेदार, झाला पेयजल योजना, कोट विशन पेयजल योजना, विशन विद्यालय पेयजल, सेन्दुल सिन्सरगाड पेयजल योजना, चमियाला पदोका पेयजल योजना, पिन्सवाड पेयजल योजना, कोट बुढाकेदार पेयजल योजना, अगुण्डा पेयजल, खवाड़ा पेयजल, डालगांव पेयजल, कुण्डयाली पेयजल, कुण्डयाली-सौला पेयजल, गेवाली पेयजल, तोली पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने से बाधित है. जिसकी सुचारीकरण की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही ग्राम तोली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत की ०1 पेयजल योजना तथा ग्राम जखाणा की ०1 पेयजल योजना क्षतिग्रस्त है। विकासखण्ड भिलंगना में स्योरा तोक तोली, चौरी तोक, सेरा से खंजर, दुगई तोक, घटतोक विशन, फकोरा, केमरियासौड, कोठियाडा, कोठियाडा कीडर, चमियाला, अन्द्रिया मण्टगांव, सिरस, जखाली पिलखी, बौर, सिलासेरा में नहर क्षतिग्रस्त हुई है। दैवीय आपदा से न्याय पंचायत थाती बुढाकेदार के ग्राम भिगुन में लगभग ०.15 है., तिनगढ़ लगभग ०.2० है. तथा तोली लगभग ०.25 है. कृषि क्षति हुई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहाडों मे हो रही आफत की बारिश व बाढ़ को देखते हुए सभी जिलों के प्रशासन को सर्तक किया हुआ है और उन्हें आदेशित किया है कि जहां पर भी बाढ़ की स्थिति दिखाई दे वहां रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर उन्हें हर सुख सुविधा दी जाये जिससे उनके सामने कोई संकट न खडा हो।