देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री की बाबा केदारनाथ मे आस्था है और वह अकसर बाबा केदारनाथ के दर पर जाकर उत्तराखण्ड की सुख समृद्धि के लिए पूजा अर्चना कर उनके दर पर माथा टेकते हैं। दिल्ली मे कथित रूप से बाबा केदारनाथ धाम का निर्माण किये जाने को लेकर एक बडा भूचाल मचाया गया और इसकी आड मे मुख्यमंत्री को निशाने पर लेने का कुचक्र भी रचा गया था लेकिन मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि दिल्ली मे बाबा केदारनाथ नाम का कोई धाम या मन्दिर नहीं बन रहा है और उन्होंने कैबिनेट की बैठक मे भी धामों के नामो पर किसी मन्दिर का नाम न रखने का भी प्रस्ताव पारित किया जिसके बाद से बाबा केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों मे चली आ रही नाराजगी खत्म हो गई थी। बाबा केदारनाथ धाम के दिल्ली मे कथित निर्माण की सुलगी साजिश की चिंगारी को शांत कराकर आज सुबह मुख्यमंत्री बाबा केदारनाथ की शरण मे पहुंचे तो आंदोलन की राह पर कुछ समय पूर्व हुंकार लगाने वाले तीर्थ पुरोहितों ने आज मुख्यमंत्री का दिल खोलकर वैलकम किया।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व तक राज्य सरकार के खिलाफ अपनी दहाड लगा रहे तीर्थ पुरोहितों ने बाबा केदारनाथ धाम पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भव्य स्वागत किया और उन्हें उत्तराखण्ड का धर्म रक्षक बताकर उनकी खूब प्रशंसा की। दिल्ली मे केदारनाथ धाम के निर्माण के कथित मुद्दे पर हो रही राजनीति को एक झटके मे ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तार-तार कर दिया था और इस मसले का पटाक्षेप कर उन्होंने तीर्थ पुरोहितों को यह संदेश दिया था कि बाबा केदारनाथ धाम के नाम से कोई निर्माण हो ही नहीं सकता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बाबा केदारनाथ धाम मे उत्तराखण्ड की समृद्धि के लिए बार-बार आना कोई नई बात नहीं है और आज जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाबा केदारनाथ धाम की शरण मे पहुुचे तो वहां तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत किया और उनका तिलक कर उनकी दीर्धआयु का आशीर्वाद दिया। बता दें कि बीते रोज तीर्थ पुरोहित महापंचायत मे दून पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर कैबिनेट के फैसले पर उनका आभार जताया था।
इधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रात: भगवान केदारनाथ के दर्शन किये और भगवान शिव का जलाभिषेक भी किया। मन्दिर दर्शन करने के बाद वहां तीथ पुरोहितों से आशीर्वाद लेने के बाद उन्होंने यात्रा व्यवस्थाओं एवं पुर्ननिर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। श्री बद्रीनाथ- केदारनाथ मन्दिर समिति एवं तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धर्मरक्षक मानकर उनमे आस्था दिखाई कि वह धार्मिक स्थलों की मर्यादा को बनाये रखने के लिए हमेशा उनके साथ खडे रहते हैं इसलिए चारधाम यात्रा मे हर साल श्रद्धालुओं की संख्या मे बेताशा वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गये हैं जो तीर्थ पुरोहितों व संत समाज के हकों के लिए उनके साथ खडे रहते हैं और जब भी किसी बात को लेकर विवाद की चिंगारी सुलगाई जाती है तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आगे बढ़कर उस चिंगारी को शांत कराकर संत समाज को सदेंश दे देते हैं कि वह धर्मरक्षक हैं।