रूद्रप्रयाग/देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री की सादगी और उनके हिन्दुत्व एजेंडे पर चलने से उत्तराखण्ड के संत समाज अब उन्हें हिन्दुत्व की रक्षा करने वाले रक्षक मान चुके हैं और एकाएक दिल्ली मे कथित रूप से केदारनाथ धाम बनाये जाने को लेकर साजिशों का ऐसा शोर मचा कि समूचा देश हैरान हो गया और यह बात उठी कि आखिरकार वो कौन साजिशकर्ता हैं जिनकी आंखों मे धर्म रक्षक चुभने लगे हैं? मुख्यमंत्री ने इस मामले मे साजिश की बू को पहचानते हुए आनन-फानन मे केदारनाथ धाम के नाराज दिख रहे पुरोहितों को संदेश दिया था कि कहीं पर भी केदारनाथ धाम या मन्दिर नहीं बनेगा और उसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने उनसे मुलाकात की तो वह मुख्यमंत्री को आशीर्वाद देकर गये कि वह धर्म रक्षक है और धर्म के खिलाफ वह कभी कोई फैसला नहीं कर सकते। वहीं आज सुबह जब मुख्यमंत्री बाबा केदारनाथ धाम पहुंचे तो मुख्यमंत्री की सादगी और उनकी सौम्यता को देखते हुए वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने उन्हें जब दूर से हाथ जोडकर प्रणाम किया तो अपनी सादगी के लिए देशभर मे विख्यात हो चुके मुख्यमंत्री हाथ जोडकर उनके पास पहुंचे और उन्होंने श्रद्धालुओं से उत्तराखण्ड मे चल रही चारधाम यात्रा को लेकर उनका फीडबैक लिया तो वहां पर भी धामी-धामी की गूंज से केदारनाथ घाटी का वातावरण पुष्करमय हो गया। वहीं एक नागा बाबा ने भी मुख्यमंत्री को सत्ता मे बने रहने का अभेद आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री जब-जब बाबा केदारनाथ धाम मे दर्शन करने के लिए बाबा की शरण मे गये तो वहां मौजूद सैकडों लोग मुख्यमंत्री की सादगी और उनकी बाबा मे आस्था को देखते हुए उनके खूब मुरीद हुये। उत्तराखण्ड मे धार्मिक स्थलों को एक भव्य रूप देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बडे विजन के तहत गढवाल व कुमांऊ मे बडे प्लान के तहत काम कर रहे हैं और यही कारण है कि उत्तराखण्ड के अन्दर श्रद्धालुओं के आगमन का जो ग्राफ दिखाई दे रहा है उसे देखकर साफ लग रहा है कि सरकार ने जबसे धार्मिक स्थलों तक पहुंचने के लिए काफी जगह हवाई सेवाओं को शुरू किया है तबसे श्रद्धालुओं का उत्तराखण्ड मे आने का रिकार्ड टूट रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम को भव्य रूप देने के लिए जो वहां निर्माण कार्य हो रहे हैं उन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पैनी नजर बनाई हुई है और वह समय-समय पर दोनो धामों मे हो रहे निर्माण कार्यों को देखने के लिए पहुंचते हैं और वहां हो रहे कार्यों की गुणवत्ता को लेकर वह हमेशा निर्माणाधीन एजेंसियों को संदेश देते हैं कि प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्टों को गुणवत्ता के आधार पर बनाया जाये। मुख्य सचिव और गढवाल कमिश्नर भी केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के निर्माण कार्यों को परखने के लिए अकसर वहां दस्तक देते रहते हैं।
आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बरसात के इस मौसम मे भी बाबा केदारनाथ के दर पर माथा टेकने के लिए वहां पहुंचे और अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर वहां मौजूद तीर्थ पुरोहितों मे उनका वैलकम कर उन्हें अभेद सत्ता चलाने का भी आशीर्वाद दिया और बाबा केदारनाथ से भी प्रार्थना की कि उत्तराखण्ड मे हमेशा सुख समृद्धि बनी रहे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब बाबा केदारनाथ के दर्शन कर बाहर आये तो उन्होंने वहां मौजूद श्रद्धालुओं का हाथ जोडकर व हाथ हिलाकर अभिवादन किया। मुख्यमंत्री की इस सादगी को देखकर वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने हाथ जोडकर धामी-धामी के उद्वघोष किये तो बाबा केदारनाथ की धरती पर धामी की धमक से यह साफ हो गया कि वह धर्मरक्षक बनकर हमेशा बाबा के दर पर उत्तराखण्ड की हमेशा रक्षा करने की प्रार्थना करने वहां आते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सादगी उस समय और छलक गई जब उन्होंने कतार मे खडे श्रद्धालुओं को अपनी ओर हाथ जोडे देखा तो वह हाथ जोडकर खुद उनके पास चले गये और उन्होंने श्रद्धालुओं से उत्तराखण्ड सरकार के चारधाम यात्रा मे किये गये इंतजामों का फीडबैक लिया तो हर कोई श्रद्धालु यह कहने से नहीं चूका कि सीएम साहब आप तो सच मे धर्मरक्षक हैं।