नशे के सौदागरों को पनाह देने वाले होंगे बेनकाब

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मोर्चे ने डीजीपी से नशे का किला भेदने की करी फरियाद
देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड को 2025 तक नशामुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री ने डीजीपी को आदेश दिये हुये हैं और उसी के बाद से ही डीजीपी ने राज्यभर मे नशे के सौदागरों का नेटवर्क भेदने के लिए पुलिस कप्तानों को साफ संदेश दे रखा है कि एक-एक नशा तस्कर जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए। उत्तराखण्ड के चार मैदानी जिलों मे नशा तस्करों के खिलाफ बडे ऑपरेशन चलाये जा रहे हैं और उसमे देहरादून व हरिद्वार पुलिस ने नशा तस्करों के सारे साम्राज्य को नेस्तनाबूत करने के लिए समूची ताकत झोंक रखी है और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलांे के नशा तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाकर संदेश दे रखा है कि जो भी नशा तस्कर उत्तराखण्ड के युवाओं को बर्बाद करने के लिए उन्हें नशे का आदी बनाने की कोशिश करेगा उसे बक्शा नहीं जायेगा। उत्तराखण्ड मे विपक्ष की भूमिका मे नजर आ रहे जन संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने अब नशे के सौदागरों का खात्मा एवं उन्हें समर्थन देने वाले नेताओं व जनप्रतिनिधियों के चेहरे बेनकाब कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने व नशा तस्करों पर गैंगेस्टर की कार्यवाही करने की फरियाद की है। डीजीपी ने जन संघर्ष मोर्चा को विश्वास दिलाया है कि उत्तराखण्ड मे एक-एक नशा तस्कर सलाखो के पीछे होगा और 2025 तक उत्तराखण्ड को नशामुक्त करना उनका पहला विजन है।
प्रदेश भर में नशे के सौदागरों का खात्मा एवं इनका समर्थन करने वाले नेताओं/जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर जन संघर्ष मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। पुलिस मुखिया अभिनव कुमार ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। नेगी ने कहा कि नशे के खात्मे को लेकर मोर्चा द्वारा जन जागरण अभियान चलाया हुआ है, जिसके तहत आज पुलिस मुखिया को पूरे मामले से अवगत कराया गया,जिसमें नशा कारोबार करते हुए एक बार से अधिक बार पकड़े जाने पर इनके खिलाफ गैंगस्टर इत्यादि की कार्रवाई का सुझाव सरकार को देने का आग्रह किया गया। नेगी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से जिस तेजी से युवा नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं तथा नित नए-नए नशे का सेवन कर रहे हैं ,निश्चित तौर पर परिवार व समाज को खोखला करने के लिए अभिशाप साबित हो रहे हैं। शुरुआती दौर में 2-4 युवाओं ने इसका सेवन किया तथा देखा-देखी कई युवा इसकी गिरफ्त में आए और फिर एक दूसरे का अनुसरण कर इस व्यापार में महिलाएं तक शामिल हो गईं। नेगी ने कहा कि नशे के सौदागरों ने नशा एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए छोटे बच्चों को भी थोड़ा बहुत लालच देकर अपने वश में कर लिया है। नशे के सौदागरों एवं उनका समर्थन करने वाले नेताओं/ जनप्रतिनिधियों एवं इनके गुर्गो के खिलाफ भी सबको मिलकर मुहिम चलानी होगी, जिससे ऐसे सौदागर रूपी नेता समाज में न पनप सकें। नेगी कहा कि शुरुआती दौर में छोटे-मोटे सौदागरों ने थोड़ा बहुत पैसा इकट्ठा कर अपना मकान/कारोबार खड़ा किया तथा उनके ठाट- बाट देख कर अन्य युवाओं ने भी इस नशे को अपना कारोबार बनाया एवं फिर इसका सेवन करने लगे और फिर बर्बाद हो गए। नेगी ने कहा कि आकंठ नशे की गिरफ्त में आ चुके युवाओं के लिए फिर से नई शुरुआत करने एवं इनको मुख्यधारा में जोड़ने के सामूहिक प्रयास किए जाने चाहिएं। प्रतिनिधिमंडल में- मोर्चा महासचिव आकाश पंवार व प्रवीण शर्मा पिन्नी मौजूद थे।

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