पुष्कर की सुपर उड़ान

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देहरादून(नगर संवाददाता)। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है और निश्चित रूप से आज जिस प्रकार की आवश्यकता है और राज्य की मूल अवधारणा में था की उत्तराखंड राज्य ऊर्जा प्रदेश बनेगा ओर इस दिशा में कुछ काम हुए और कई काम होने जा रहे है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा की आवश्यकता प्रदेश को है और अन्य विकल्पों पर विचार करना है और इसके लिए सभी का सामूहिक योगदान जरूरी है और इस दिशा में राज्य को शीर्ष स्थान में पहुंचाने में सफल होंगें और कार्बन न्यूटल बनाने में देवभूमि में अपना योगदान देंगें। प्रदेश को हरित ऊर्जा प्रदेश बनाने में यह सोलर प्लांट एक मील का पत्थर साबित होगा।
यहां उरेडा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभाग की परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा राज्य देश व दुनिया का पहला राज्य बन गया है और जीईपी इन्डैक्स का उदघाटन किया गया है और ज्ञान विज्ञान के समय में विकास भी जरूरी है और विकास के साथ साथ इकोलॉजी बराबर बनी रहे ओर नवीनीकरण ऊर्जा के स्त्रोत असिमित है ओर पर्यावरण को बडे स्तर पर संरक्षित रखने में सक्षम है और यह एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरे है। प्रधानमंत्री मोदी कॉप 66 की बैठक में प्रतिबद्धता व्यक्त की और कार्बन उत्सर्जन को खत्म करने का लक्ष्य रखा है और यह 2०3० तक का लक्ष्य रखा है और 2०7० तक देश को नेट जीरो कार्बन न्यूटल बनाने का लक्ष्य रखा गया है और स्वच्छ ऊर्जा के लिए ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की स्थापना का काम किया है और प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत कृषि क्षेत्र में रिन्यवल का विकास तेजी से बढ रहा है और प्रदेश में सौर ऊर्जा जल वि़द्युत के क्षेत्र में असीम संभावनायें है और इन परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए नवीन सौर ऊर्जा नीति बनाई है और समय समय पर संशोधन किये है और हितधारकों के साथ बैठक कर उनके विचार जानकर सुझाव लिये है और नीति में शिथलीकरण करना हो और नई चीज जोडनी है और 2०26 तक सभी शासकीय कार्यालयों में सोलर प्लांट लगाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि सभी शासकीय भवनों पर सोलर प्लांट का प्रावधान किया गया है ओर सौ करोड की राशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि मंत्री व विधायक भी लगायेंगें और सरकारी कार्यालयों में मुख्यमंत्री आवास व निजी आवास में भी सोलर प्लांट लगाया जाये और इससे जागरूकता बढ़ती है और कहीं न कहीं लोगों को प्रेरणा मिलेगा और ऊर्जा की खपत और उत्पादन में 4० साठ का अंतर है और बढे हर्ष का विषय प्रदेश के 27 भवनों में सोलर प्लांट का शुभारंभ किया गया है और प्रदेश को हरित ऊर्जा प्रदेश बनाने में यह एक मील का पत्थर साबित होगा ओर राज्य में रूफ टॉप सोलर प्लांट से स्वस्थ पर्यावरण मिलेगा और केन्द्र से 7० प्रतिशत सब्सिडी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि 734 लाभार्थियों को लाभ दिया गया है और घरेलू व गैर घरेलू के लिए तीस से पचास प्रतिशत का अनुदान देने का निर्णय लिया गया है और पोर्टल विकसित किया गया है और इसके माध्यम से सोलर प्लांट स्थापना में आवेदन कर सकता है और यह एक प्रकार से अनुदान लेने की प्रकिया अत्यधिक सरल हो और एक समय सीमा तक सब्सिडी निर्गत हो जाये ओर समाज कल्याण की बैठक में समीक्षा की और साठ साल होने पर पेंशन की पात्रता में आते और किसी भी प्रकार की प्रकिया नहीं होनी चाहिए ओर स्वत: ही पेंशन लग जाये।
उन्होंने कहा कि खसरा खतौनी मोबाइल में पहुंच जाये ओर नक्शे पास कराने के लिए कई प्राधिकरणों के चक्कर लगाने पडते है और औपचारिकतायें पूरी करने के बाद लाभ दिया जाये। सभी प्रकिया का सरलीकरण किया जाना चाहिए जिससे जनता को किसी भी प्रकार का कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि सोलर प्लांट के माध्यम से स्वरोजगार दे रही है और 2०26 तक 25० मेगावाट के सोलर प्लांट का लक्ष्य रखा गया है और परियोजनाओं के माध्यम से उनके परिणाम सामने आ रहे है 25 यूनिट हरित ऊर्जा का निर्माण हो रहा है और हमारी सरकार स्वयं की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होगी और प्राधिकरण से भी कहा गया है कि जब नक्शे बनते है तो सोलर व रेन हारवेस्टिंग की व्यवस्था कर ली जाये और अनेक जल स्त्रोंतों को पुनर्जीवन बनाने व रिचार्ज करने का कार्य किया जा रहा है और जल स्तर घट रहा है।
उन्होंने कहा कि दून में कई निर्माण कार्य हो चुका है और वर्षा में पानी निकल जाता है और रिचार्ज की संभावनायें कम होती है और इसीबीसी भवन प्रदेश में काम करेंगें और एक मॉडल के रूप में काम करेंगें और रिन्यूवल एनर्जी पूरे देश के लिए एक बेस्ट प्रेक्टिस के रूप में सामने आये और विकास के प्रयास राज्य में तेजी से आगे बढ रहे है और नीति आयोग के रेटिंग में सतत विकास के लक्ष्य को प्रापत करने में उत्तराखंड उस रेटिंग में पहले नंबर पर आया है और आने वाले वर्षों में भी इसी तरह से आगे रहे और हर विभाग इसकी जिम्मेदारी व सामूहिक योगदान आवश्यक है और सभी का योगदान अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि सभी के सतत प्रयासों से राज्य को शीर्ष कार्बन न्यूटल बनाने में सभी योगदान देंगें ओर हमारे प्रयास तेजी से आगे बढेंगें और हमारे इन प्रयासों को पंख लगते हुए यह कार्य धरातल में भी दिखाई देंगें।

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