देहरादून। राजधानी मे किराये का कमरा लेकर अपनी पहचान छुपाने का खेल खेलने वालों पर अब पुलिस कप्तान का हंटर चलना शुरू हो गया है और उन्होंने जनपद मे संदिग्धों की तलाश मे ऑपरेशन सत्यापन का आरम्भ किया तो उससे तूफान मचने लगा है। कप्तान के इस ऑपरेशन से हर वो चेहरा पुलिस के सामने बेनकाब हो जायेगा जो अपराध करने के लिए गुप्त रूप से अपनी पहचान छुपाकर किराये के कमरों मे रहकर पुलिस को धोखा देने का शातिराना खेल खेल रहे हैं। पुलिस कप्तान ने अब बाहरी व्यक्तियों एवं किरायेदारों के सत्यापन को लेकर खुद मोर्चा संभाल लिया है और उसी के चलते आज पटेलनगर व डालनवाला इलाके मे चप्पे-चप्पे पर सत्यापन चलाने का ऑपरेशन पुलिस फोर्स ने चलाया और इस ऑपरेशन मे वह चेहरे भी बेनकाब हुये जिन्होंने अपने घर मे किरायेदार रखे लेकिन उनका सत्यापन कराने के लिए वह खामोशी साधकर बैठे हुये हैं। पुलिस ने इस ऑपरेशन मे दर्जनांे संदिग्धों को हिरासत मे लिया है जिनसे पुलिस पूछताछ कर उनसे यह पता लगाने के मिशन मे जुटी हुई है कि वह किसी अपराध मे पूर्व मे शामिल तो नहीं थे?
पुलिस कप्तान अजय सिंह अपराधियों के खिलाफ हमेशा बडी कार्यवाही करने के लिए जाने जाते हैं। अजय सिंह ने जहां एसटीएफ मे तैनाती के दौरान बडे-बडे अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया वहीं बाहरी राज्यों मे अपनी पहचान छुपाकर रह रहे काफी ईनामी कुख्यातों को भी सलाखों के पीछे पहुंचाकर उन्हें यह संदेश दिया था कि कोई भी अपराधी उनकी नजर से नहीं बच पायेगा। वहीं हरिद्वार मे तैनात रहते हुए उन्हांेने अपराधियों के खिलाफ बडा ऑपरेशन चला रखा था और काफी बदमाश पुलिस से मुठभेड मे गोली लगने से घायल हुये थे और वहां अपराधियों ने अपराध करने से तौबा भी करनी शुरू कर दी थी। वहीं राजधानी के रायपुर इलाके में एक आकस्मिक घटनाक्रम में तीन लोगांे को गोली मारने और उनमे से एक की मौत होने के बाद पुलिस कप्तान अजय सिंह ने अपराधियों के खिलाफ ताबडतोड छापे की कार्यवाही अंजाम दी और 48 घंटे के भीतर ही अपराधियों को राजस्थान से लेकर उत्तराखण्ड से दबोचकर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया। पुलिस कप्तान ने आज बाहरी व्यक्तियों/ किराएदारों के सत्यापन को लेकर ऑपरेशन सत्यापन अभियान चलाया। इस ऑपरेशन से एक बडा तूफान मच गया और जैसे ही बडी तादाद मे पुलिस टीमें कोतवाली पटेलनगर क्षेत्रान्तर्गत लोहियानगर , ब्रह्मपुरी व ब्राह्मणवाला आदि क्षेत्र में तथा कोतवाली डालनवाला क्षेत्रान्तर्गत करणपुर, डीएल रोड, अम्बेडकर नगर, आर्य नगर, सीमेंट रोड क्षेत्र में सत्यापन अभियान चलाते हुए बाहरी ब्यक्तियों एवं किरायेदोरों का सत्यापन कर उनके चेहरे पढने लगी तो उससे हर तरफ हाहाकार मच गया। ऑपरेशन के दौरान यह बात सामने आई कि 102 मकान मालिकों ने अपने किरायेदारों की पहचान छुपाने के लिए उनका सत्यापन तक नहीं करा रखा था जिसके चलते यह पता ही नहीं चल सकता कि जो लोग किराये के मकान पर रह रहे हैं उनका कोई अपराधिक इतिहास थानों की जीडी मे दर्ज तो नहीं है। वहीं इस ऑपरेशन मे 73 व्यक्तियांे को संदिग्ध मानते हुए उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत मे लिया गया क्योंकि मौके पर उनके पास अपनी पहचान का कोई दस्तावेज नहीं था। पुलिस कप्तान अजय सिंह का कहना है कि हर इलाके के चप्पे-चप्पे पर पुलिस टीमें लगातार संदिग्धों की खोज के लिए अपना ऑपरेशन जारी रखेगी।