प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड मे चल रही चारधाम यात्रा में उमड रही श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते ही सरकार ने साफ संदेश दे रखा है कि बिना रजिस्ट्रशन के कोई भी श्रद्धालु यात्रा नहीं कर सकेगा। मुख्यमंत्री के आदेश को धरातल पर उतारने के लिए पुलिस महकमा आगे आ रखा है और जो श्रद्धालु फर्जी रजिस्ट्रेशन लेकर यात्रा मार्गो पर आये उन्हें वापस लौटाया गया और जिस टूर ट्रेवल ने उनका उनका रजिस्ट्रेशन किया उनके खिलाफ उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली व देहरादून पुलिस ने काफी संख्या मे मुकदमे दर्ज किये हैं और यह संदेश दे दिया है कि अगर कोई भी पुलिस को धोखा देने के लिए यात्रा करने के लिए आगे आयेगा तो उसके खिलाफ कार्यवाही अमल मे लाई जायेगी। वहीं राजधानी मे बिल्डर साहनी की आत्महत्या के मामले मे गुप्ता बंधु जेल की सलाखों के पीछे हैं और पुलिस ने उन पर शिकंजा कस रखा है जिससे कि जांच पर कोई भी यह कहकर उंगली न उठा सके कि पुलिस ने गुप्ता बंधुओं के प्रभाव मे आकर जांच को हल्के मे ही निपटा दिया? वहीं गुप्ता बंधुओं के दो भाई अदालत के आदेश पर अपनी मां को दो धाम मे दर्शन कराने के लिए सम्भवतः भारत आ गये हैं? सवाल यह खडा हो रहा है कि जब उत्तराखण्ड मे चारधाम यात्रा बिना रजिस्ट्रेशन के नहीं हो रही है तो क्या गुप्ता बंधु दो धामों मे बिना रजिस्ट्रेशन कराये वहां दर्शन के लिए जा सकते हैं? सवाल यह भी उठ रहा है कि अभी रजिस्ट्रेशन कराने वालों को यात्रा करने के लिए लम्बा इंतजार करना पड रहा है और राज्य मे वीआईपी दर्शन पर रोक लगी हुई है ऐसे मे देखने वाली बात होगी कि गुप्ता बंधु कैसे बिना रजिस्ट्रेशन के दो धाम मे यात्रा कर पायेंगे?
उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा मे लाखों श्रद्धालुओं के आगमन से सरकार ने श्रद्धालुओं को संदेश दे रखा है कि वही श्रद्धालु यात्रा करने के लिए आये जिसने अपना रजिस्ट्रेशन करा रखा है और वह रजिस्ट्रेशन वाले दिन ही यात्रा करने के लिए चारधाम मे एंट्री कर सकता है। देखने मे आ रहा था कि जैसे ही यात्रा शुरू हुई तो बिना रजिस्ट्रेशन कराये ही श्रद्धालु चारधाम यात्रा करने के लिए आगे बढे हुये थे? श्रद्धालुओं के इस आगमन ने चारधाम मार्ग मे यात्रा को अव्यवस्था की पटरी पर लाकर खडा कर दिया था जिसके बाद मुख्य सचिव राधा रतूडी से लेकर डीजीपी अभिनव कुमार ने प्रशासन व पुलिस महकमे को आदेश दिये कि बिना रजिस्ट्रेशन कराये किसी भी श्रद्धालु को चारधाम यात्रा मे आने न दिया जाये। अफसरों के इस आदेश के बाद पुलिस ने यात्रा मार्गाें पर मोर्चा संभाला और उसके बाद उन्होंने बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को वापस भेजा और दर्जनों ऐसे श्रद्धालु चारधाम यात्रा मे आगे बढ़ गये जिन्हें टूर ट्रेवल वालों ने उनके रजिस्ट्रेशन मे फर्जी तिथि को अंकित कर दिया था और पुलिस जैसे ही रजिस्ट्रेशन के क्यूआर कोड को स्कैन कर रही है तो यह फर्जीवाडा भी बेनकाब हो रहा है। अब राजधानी के बिल्डर स्वर्गीय सतेंद्र साहनी की आत्महत्या के मामले मे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचे अजय कुमार गुप्ता के दो भाई राजेश और अतुल गुप्ता अपनी मां को दो धाम केदारनाथ और बद्रीनाथ ले जाने के लिए चर्चा है कि भारत आ गये हैं और शायद न्यायालय ने दोनो धामों मे दर्शन के लिए समय सीमा तय की है? सवाल यह भी उठ रहा है कि उत्तराखण्ड मे चल रही चारधाम यात्रा मे कोई भी व्यक्ति बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा नहीं कर पा रहा है और ऐसे मे सवाल उठ रहा है कि क्या गुप्ता बंधुओं ने दोनो धामों मे दर्शन करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है जिसके सहारे वह अपनी मां को दोनो धामों मे दर्शन करा सकते हैं? सवाल यह भी है कि अगर गुप्ता बंधुओं ने चारधाम यात्रा मे दर्शन करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो क्या वह बिना रजिस्ट्रेशन के चारधाम यात्रा मे अपनी मां को दर्शन करा पायेंगे?