प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड मे कुछ दिनों से राजधानी के प्रसिद्ध बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी आत्महत्या प्रकरण मामला सुर्खियों मे बना हुआ है और कचहरी परिसर मे दाखिल होते समय कुछ महिलाओं व पुरूषों ने गुप्ता बंधुओं को फांसी दिये जाने और मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर जहां प्रदर्शन किया वहीं एक प्रदर्शनकारी ने अजय गुप्ता पर स्याही फेंककर अपने गुस्से का इजहार किया था। वहीं अब यह मामला राजनीतिक रंग लेता हुआ भी दिखाई दे रहा है और हाई प्रोफाइल बन चुके इस प्रकरण मे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह ने अपनी नाराजगी दिखाते हुए कहा है कि उन्हें इस मामले मे टारगेट किया जा रहा है और साहनी आत्महत्या प्रकरण पर भी उनका नाम उछाला जा रहा है जिस पर उन्होंने मामले की जांच किसी सिटिंग जज से कराने की मांग की तो वहीं खानपुर विधायक उमेश कुमार ने भी त्रिवेंद्र रावत पर पलटवार करते हुए कहा कि जब उनके खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश हुये थे तो वह जांच से बचने के लिए क्यों सुप्रीम कोर्ट गये थे? एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री व खानपुर विधायक आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं और आने वाले दिनों मे यह मामला क्या रंग लायेगा इस पर सबकी नजरें लगी हुई हैं।
उत्तराखण्ड की वादियों मे इन दिनों बिल्डर साहनी आत्महत्या प्रकरण काफी चर्चाओं मे है और सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर काफी आरोप-प्रत्यारोप लगते हुए दिखाई दे रहे हैं वहीं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के मुताबिक इस मामले मे अपनी टिप्पणी की उससे राजनीतिक गलियारों मे एक नई हलचल मची हुई है त्रिवेंद्र सिंह ने कहा है कि उत्तराखण्ड मे लगातार विभिन्न विवादों मे उनके नाम को घसीटा जा रहा है, साहनी आत्महत्या मामले मे भी उनका नाम उछाला जा रहा है, उन्होंने इस पूरे प्रकरण की किसी सिटिंग जज से जांच कराने की मांग भी की है।
खानपुर के विधायक उमेश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर पलटवार करते हुए कहा कि गुप्ता बंधुओं का प्रकरण बहुत दिनों से जो है राज्य में गंूज रहा है और लगातार पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का नाम जोडा जा रहा है उनके साथ और उत्तराखंड में लाने में उनका सबसे बड़ा योगदान था। उन्हें उत्तारखंड में उन्होंने कहा कि राज्यपाल व मुख्यमंत्री के समकक्ष जेड प्लस देने में सर्व प्रथम इन्होंने अपनी सरकार बनते ही जून 2017 में इन दोनों भाईयों को जेड प्लस की सुरक्षा दे दी थी ओर इनके बच्चों की शादी हुई तो और कुक व शैफ थे खाने का मैन्यू तय किया और शाकाहारी भोजन कैसा बनना चाहिए क्या बनना चाहिए यह इन्तहोंने तय कि को भी तय किया और आज यह कह रहे है कि इस मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि से बातचीत कर मैन्यू तय किया।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ही तय किया और पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल, राजेश शर्मा और मुझ पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया और झारखंड में मुकदमा दर्ज कराया और क्या इन मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से नहीं होनी चाहिए और आप दूध के धुले है और पाक साफ है तो यह जानना चाहता हूं कि जब आपके खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश हुए तो आप सुप्रीम कोर्ट क्यों भागे जांच रूकवाने के लिए, दूध के धुले होते तो जांच हो जाने देते दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता। उन्होंने कहा कि आपके गुप्ता बंधुओं के संबंध है और आप उनके संरक्षक थे और आपने उन्हें पाला पोसा थे और उत्तराखंड में संरक्षण दिया और उन लोगों की शादी में घराती बनकर गये और जलवा भौकाल बनाने के लिए जेड प्लस की सुरक्षा दी और आप सब जानते थे कि यह कितने कुख्यात है और साउथ अफ्रीका में जोंडो कमीशन बना है और एफबीआई ने बैन किया हुआ है और सैक्सन जारी है और यूएई में यह अरेस्ट हुए और रेड कार्नर नोटिस जारी है और आपको सब जानकारी थी और आप पाक साफ बनने की कोशिश न करें। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि छांछ तो बोले बोले छन्नी भी बोले यह गजब की बात है यह गजब की बात है।