प्रमुख संवाददाता
देहरादून। राजधानी के प्रसिद्ध बिल्डर ने गुप्ता बंधुओं के आतंक से आतंकित होकर आत्महत्या करने जैसा घातक कदम उठाकर उत्तराखण्ड की फिजाओं मे एक बडी हलचल मचा दी और उसके बाद से ही हर कोई गुप्ता बंधुओं द्वारा बिल्डर के साथ किये गयेे आतंक को लेकर काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री और डीजीपी ने मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिये हुये हैं जिससे कि कोई भी यह उंगली न उठा पाये कि जिस गुप्ता बंधुओं को एक्स सीएम के कार्यकाल मे सरकार ने बडी सुरक्षा उपलब्ध कराई थी उसी भाजपा सरकार के कार्यकाल मे गुप्ता बंधुओं को बचाने का खेल हो सकता है? पुलिस कप्तान इस मामले की जांच को खुद मॉनिटर कर रहे हैं और जांच मे कुछ धारायें जोडी गई हैं और गुप्ता बंधुओं की अपराधिक कुंडली खंगालने का भी दौर चल रहा है जिसमे अनिल गुप्ता के ऊपर दर्ज छह मुकदमों का चि_ा पुलिस के हाथ आ गया है। वहीं आज जब जेल से गुप्ता बंधुओं को कचहरी पुलिस की गाडी मे लाया गया तो कचहरी के बाहर खडी कुछ महिलाओं और पुरूषों ने गुप्ता बंधुओं को घेर लिया और अजय गुप्ता पर स्याही फेंकी गई और उसके बाद उन्होंने गुप्ता बंधु हाय-हाय की हुटिंग की और उन्हें फांसी देने की दहाड़ लगाने के साथ ही उनके खिलाफ सीबीआई जांच कराने को लेकर सडक पर ही खूब प्रदर्शन किया। गुप्ता बंधुओं के खिलाफ जिस तरह से आक्रामक रूख देखने को मिला उसे देखकर पुलिस प्रशासन के भी होश उड़ गये और अब बिल्डर की आत्महत्या के मामले मे जिस तरह से सीबीआई जांच कराने का शोर मचने लगा है उससे अब सबकी निगाह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर टिकी हुई हैं।
आज सुबह गुप्ता बंधुओं को पुलिस की गाड़ी मे कचहरी लाया गया और जैसे ही गाडी से गुप्ता बंधुओं को पुलिस निकाल रही थी तभी कुछ लोग एकाएक आगे आ गये और उनमे से एक व्यक्ति ने अजय गुप्ता पर स्याही फेंकी जो उसकी टी-शर्ट पर गिरी और उसके बाद पुलिस ने उस व्यक्ति को वहां से हटाया लेकिन वहां मौजूद महिलाओं और लोगों ने गुप्ता बंधुओं के खिलाफ खुलकर प्रदर्शन किया और गुप्ता बंधु हाय-हाय और बिल्डर सतेंद्र साहनी को इंसाफ देने की मांग को लेकर खूब शोर मचाया। गुप्ता बंधुओं को जब पुलिस ने चारो तरफ से घेरकर उन्हें न्यायालय की तरफ ले जाना शुरू किया तो प्रदर्शनकारियों ने गुप्ता बंधुओं को फंासी देने और मामले की जांच सीबीआई से कराने की खूब दहाड़ लगाई। कचहरी के बाहर हो रहे इस प्रदर्शन से पुलिस और गुप्ता बंधुओं मे एक डर देखने को मिला। महिलाओं ने गुप्ता बंधुओं को फांसी दिये जाने के लिए खूब हुटिंग की और कहा कि उनके आतंक से एक इसंान ने डर के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी इसलिए मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह मामले की जांच सीबीआई के हवाले करें जिससे इस मामले मे वो चेहरे भी बेनकाब हों जो गुप्ता बंधुओं को पर्दे के पीछे से अपना साथ दे रहे थे।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व राजधानी के प्रसिद्ध बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी ने एक ईमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी और उसके बाद पुलिस ने साहनी के पास से मिले सुसाइड नोट के आधार पर अनिल कुमार गुप्ता और अजय कुमार गुप्ता को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने के मामले मे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं निचली अदालत ने गुप्ता बंधुओं की जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उसके बाद गुप्ता बंधुओं की जमानत याचिका जिला न्यायालय मे लगाई गई थी जिसमे तीन जून को सुनवाई होनी है लेकिन पुलिस द्वारा इस मामले मे कुछ धारायें सम्मिलित किये जाने के चलते पुलिस ने उनकी तलवी दाखिल कर रखी थी और आज उनका न्यायालय मे रिमांड लिया जाना था जिसके चलते आज सुबह पुलिस की गाडी मे कडी सुरक्षा के बीच गुप्ता बंधुओं को कचहरी परिसर लाया गया था और जब उन्हें पुलिस वैन से उतारा जा रहा था तो वहां माहौल शांत था लेकिन इसी बीच एक दर्जन से अधिक महिलायें व पुरूष ने गुप्ता बंधुओं को धेर लिया और एक प्रदर्शनकारी ने अजय गुप्ता पर स्याही फेंक दी जिससे उनकी सुरक्षा मे तैनात पुलिसकर्मियों मे हडकम्प मच गया और उन्होंने स्याही फेंकने वाले को वहां से दूर किया। महिलाओं और पुरूषों ने गुप्ता बंधुओं के खिलाफ खूब हुटिंग की और उन्हें फांसी दिये जाने को लेकर जिस तरह से दहाड लगाई उससे गुप्ता बंधु डरे-डरे नजर आये।