गुप्ता बंधुओं को फिर झटका!

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अब जमानत पर तीन जून को होगी सुनवाई
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। राजधानी के प्रसिद्ध बिल्डर की आत्महत्या के मामले मे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचे गुप्ता बंधुओं की निचली अदालत पर जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढाते हुए तीन और धारायें मुकदमें मे सम्मिलित की हैं और आज जब जिला जज न्यायालय मे गुप्ता बंधुओं की जमानत याचिका दायर की गई थी तो राजपुर पुलिस ने न्यायालय मे एक प्रार्थना पत्र लगाया कि उनके द्वारा न्यायालय मे तलवी लगाई गई थी और जो धारायें मुकदमें मे जोडी गई हैं उसमे रिमांड लिया जाना है जिसमे न्यायालय ने एक जून की तारीख निर्धारित की थी। इसलिए इस मामले मे पुलिस को समय दिया जाये जिस पर न्यायालय ने जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए तीन जून की तारीख निर्धारित की है। गुप्ता बंधुओं को आज खाकी ने एक बार फिर जिस तरह से झटका दिया है उससे गुप्ता बंधुओं को अभी कुछ दिन और जेल मे बिताने होंगे।
आज गुप्ता बंधु अजय कुमार गुप्ता और अनिल कुमार गुप्ता की जिला जज अदालत मे जमानत याचिका दायर की गई वहीं साहनी आत्महत्या प्रकरण की जांच कर रही राजपुर पुलिस ने न्यायालय मे एक पत्र दाखिल किया कि इस मामले मे पुलिस ने अभी तीन सैक्शन बढाये हैं और इसमे अभी इसमे रिमांड लिया जाना है और न्यायालय ने एक जून को इस मामले मे तलब किया हुआ है। राजपुर पुलिस ने कहा कि पुलिस द्वारा न्यायालय मे तलवी लगाई गई थी और उसी के चलते पुलिस को अभी कुछ समय दिया जाये। राजपुर पुलिस के इस पत्र के बाद न्यायालय ने जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए तीन जून की तिथि निर्धारित की है। पुलिस की इस कार्यवाही से कहीं न कहीं एक बार फिर गुप्ता बंधुओं को बडा झटका लगा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व उत्तराखण्ड के सबसे बडे बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी ने एक इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या करने वाले सतेंद्र सिंह साहनी का पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला था और उसमे गुप्ता बंधुओं अनिल कुमार गुप्ता और अजय कुमार गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाये गये थे और उसी के चलते पुलिस ने अपनी जांच पडताल की तो सतेंद्र सिंह साहनी द्वारा दस मई को दिये गये शिकायती पत्र की जांच शुरू हुई तो उसमें साफ अंकित था कि अजय कुमार गुप्ता उसे और उसके परिवार को जान का भय दिखाने की धमकी दे रहा है और उसके प्रोजेक्ट पर वह कब्जा करना चाह रहा है। अजय कुमार गुप्ता और अनिल कुमार गुप्ता के खिलाफ जो शिकायती पत्र दिया गया उसमे दोनो गुप्ता बंधुओं का कई गंभीर आरोप लगाये गये हैं जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
पुलिस कप्तान अजय सिंह की देखरेख मे इस मामले की जांच पड़ताल हो रही है और जांच पर किसी भी प्रकार का कोई दबाव न रहे इसके लिए खुद डीजीपी अभिनव कुमार भी मामले की मोनिटिरिंग कर रहे हैं। बता दें कि पुलिस ने अपनी जांच मे धारा 385, 420 व 120बी भी सम्मलित की है। पुलिस इस मामले मे गहनता से अपनी जांच पडताल को इसलिए भी आगे बढा रही है क्योंकि गुप्ता बंधुओं ने आरोप लगाया था कि उन्हें पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है इसलिए पुलिस इस मामले में ऐसा कोई प्वाइंट नहीं छोडना चाहिए जिससे उस पर जांच के दौरान कोई आरोप लगे। वहीं खानपुर विधायक उमेश कुमार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए मुख्यमंत्री से अपील कर रखी है अब देखने वाली बात है कि आज जिस तरह से आखरी चरण का चुनाव प्रचार थम गया है और मुख्यमंत्री चुनाव की बेला से आजाद हो जायेंगे उसके बाद क्या वह साहनी आत्महत्या प्रकरण की जांच पुलिस से ही कराने के लिए हरी झंडी देंगे या फिर इस मामले मे वह सीबीआई जांच की संस्तुति करने के लिए भी आगे आ सकते हैं।?

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