बिना रजिस्ट्रेशन व तय तिथि के नहीं करने दी जायेगी चारधाम यात्रा

0
16

देहरादून(नगर संवाददाता)। आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय ने कहा है कि बिना रजिस्ट्रेशन और रजिस्ट्रेशन की तय तिथि से पहले यात्रा किसी भी दशा में नहीं करने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नियमित रूप से चार धाम पर समीक्षा कर रहे है। यहां सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में चारधाम यात्रा की विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि सबसे अधिक ध्यान सुरक्षित यात्रा पर दिया जाए। उन्होंने कहा कि यात्रियों को यदि किन्हीं स्थानों पर ठहराया जा रहा है, तो वहां पर उन्हें सभी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्रद्धालुओं की हर सुविधा को ध्यान में रखते हुए कार्य किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए एक सप्ताह से रूके लोगों को यात्रा पर भेजा जा रहा है। अभी चारों धामों में यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि चारों धामों में साफ-सफाई की व्यवस्था उच्च कोटि की हो। इसके लिए दो विशेष अधिकारियों की तैनाती की गई है और ठहराव वाले स्थानों पर स्पेशल सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट सफाई व्यवस्था की हर दो घण्टे में रिपोर्ट भेजेंगे। इस अवसर पर आयुक्त गढ़वाल ने कहा कि 1० मई 2०24 को केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री तथा 12 मई को बदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गये। उन्होंने कहा कि उसके बाद से 23 मई 2०24 तक चारों धामों में कल तक कुल नौ लाख 67 हजार 3०2 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। यमुनोत्री धाम में एक लाख 79 हजार 932, गंगोत्री धाम में एक लाख 66 हजार 191, श्री केदारनाथ में चार लाख 24 हजार 242 और बदरीनाथ धाम में एक लाख 96 हजार 937 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में पहले पखवाड़े में इस वर्ष लगभग दुगुने श्रद्धालुओं ने दर्शन किये हैं।
इस अवसर पर गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा में क्राउड मैनेजमेंट के लिए आवश्यकता पडऩे पर ही एनडीआरएफ और आईटीबीपी की मदद ली जायेगी। इस अवसर पर आयुक्त गढ़वाल ने कहा कि चारधाम यात्रा के शुरूआत के दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई, ट्रैफिक जाम की समस्याएं भी आयी। उन्होंने कहा कि कुछ प्रकरण ऐसे भी पाये गये जिनमें तीर्थयात्रियों के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन बाद के थे, लेकिन उन्होंने यात्रा पहले प्रारंभ कर ली। उन्होंने कहा कि कुछ फेक रजिस्ट्रेशन की शिकायते भी प्राप्त हुई, इसको लेकर विभिन्न टूर ऑपरेटर्स के खिलाफ ऋषिकेश में तीन, हरिद्वार में एक तथा रूद्रप्रयाग में नौ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को काफी सख्त निर्देश दिये गये हैं कि बिना रजिस्ट्रेशन और रजिस्ट्रेशन की तय तिथि से पहले यात्रा किसी भी दशा में नहीं करने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक चारधाम यात्रा के लिए आये 52 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि जिसमें अधिकांश लोग 6० वर्ष से अधिक के हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादातर मृत्यु हार्ट अटैक की वजह से हुई हैं। उन्होंने कहा कि गंगोत्री में तीन, यमुनोत्री में 12, बदरीनाथ में 14 और केदारनाथ में 23 श्रद्धाुलुओं की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि लगातार श्रद्धालुओं की नियमित स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा उपचार और देखभाल के बाद कई श्रद्धालुओं को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है। उसके बाद भी कोई श्रद्धालु यात्रा पर जा रहा है, तो उनसे लिखित में फार्म भरवाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की आर्थिकी में तीर्थाटन और पर्यटन का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश की आर्थिकी को बढ़ाने में चारधाम यात्रा का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इस अवसर पर गढ़वाल आयुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि कि केदारनाथ जाते समय एक हेलीकॉप्टर के हाइड्रोलिक सिस्टम में कोई टेक्निकल समस्या आयी थी और पायलेट के सूझबूझ से उसकी सॉफ्ट लेंडिंग हुई।
उन्होंने बताया कि उसमें तलिनाडु के छह यात्री थे सभी सुरक्षित हैं। इस पूरे प्रकरण पर युकाडा की ओर से अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। युकाडा ने इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट डीजीसीए को कर दी है। उन्होंने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट आने पर सार्वजनिक की जायेगी और उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को सुरक्षित व सुगम बनाना पहली प्राथमिकता है और कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी 31 मई तक रजिस्ट्रेशन स्थगित किये गये है और ऋषिकेश से यात्रियों को भेजने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है और एक हजार लोगों को यात्रा के लिए भेजा गया है। इस अवसर पर वार्ता में सूचना महानदिेशक बंशीघर तिवारी भी उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY