आधी रात को डीजीपी ने कप्तान को मैदान मे उतारा
कप्तान ने रात्रि से लेकर दिन तक संभाला मोर्चा
उत्तरकाशी(चिरंजीव सेमवाल)। चारधाम यात्रा के प्रथम पड़ाव यमुनोत्री धाम में यात्रा के दूसरे दिन जाम में रात भर श्रद्धालुआंे का सैलाब उमड आया तो उससे जाम लग गया और उसकी गूंज जब डीजीपी के कानो मे पहुंची तो उन्होंने स्थिति को नियंत्रण मे करने के लिए जनपद के पुलिस कप्तान को मैदान मे उतारा और रात्रि मे ही पुलिस कप्तान अपनी टीम के साथ ट्रैफिक को सुचारू करने के लिए खुद मोर्चा संभालने के लिए आगे आये और उसके बाद वहां सडक पर लगे जाम को खुलवाने मे पुलिस कप्तान ने सफलता हासिल की। धाम में क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं पहुंचने से पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गये हैं। पुलिस कप्तान ने पुलिस जवानों को अलर्ट मोड पर रखकर तीर्थंयात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के निर्देश दिये । पुलिस कप्तान ने यमुनोत्री हाइवे पर स्यानाचट्टी के पास जाम को क्लियर करवाकर, यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के कवायद में लगे रहे। उनके द्वारा तीर्थ यात्रियों से वार्ता कर धैर्य बंधया गया। उन्होंने बताया कि संकरे व संवेदनशील स्थानों पर यात्रियों की सुविधा तथा सुरक्षा को देखते हुये पुलिस गेट व वन वे सिस्टम से यातायात को नियंत्रित कर रही है। इसलिये श्रद्धालुओं को थोड़ी बहुत जाम की स्तिथि का सामना करना पड़ रहा है। जाम में फंसे श्रद्धालुओं के लिये जिला पुलिस प्रशासन द्वारा रसद आदि की लगातार व्यवस्थाएं की जा रही हैं। वहीं सुबह भी पुलिस कप्तान श्रद्धालुआंे को सुगम यात्रा कराने के लिए खुद मोर्चा संभाले हुये हैं। गौरतलब है कि यमुनोत्री धाम में पहले दिन क्षमता से अधिक 12129 श्रद्धालुओं ने मां यमुनोत्री धाम के दर्शन करने पहुंचे। इस आंकड़े में स्थानीय लोग गिनती में शामिल नहीं हैं। जबकि यात्रा के पहले दिन स्थानीय लोगों की अच्छी खासी तादाद थी। यमुनोत्री धाम की क्षमता महज नौ हजार यात्रियों की है।