महिलाओं का स्वास्थ्य एक सामाजिक व सामुदायिक मुद्दा

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देहरादून(संवाददाता)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने राजभवन ऑडिटोरियम में हेमवती नन्दन बहुगुणा उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित महिला स्वास्थ्य परीक्षण एवं कैंसर जांच शिविर में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।
इस दौरान कार्यक्रम में एम्स-ऋषिकेश की महिला एवं स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर जया चतुर्वेदी द्वारा उपस्थित महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के लक्षण एवं बचाव पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। इस अवसर पर दून मेडिकल कॉलेज की स्तन कैंसर विशेषज्ञ नेहा महाजन स्तन कैंसर के कारण, लक्षण एवं बचाव पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर शिविर में संज्ञानात्मक बातचीत और उचित परामर्श के साथ शिविर में आने वाली महिलाओं का ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन और ब्लड शुगर के अलावा, हॉट ट्यूबल जांच, स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा सर्वाइकल कैंसर की आंतरिक जांच, आवश्यकतानुसार पैप स्मीयर और एचपीबी जांच भी की गई। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि स्तन कैंसर से बचाव हेतु जागरूकता एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होंगी। उन्होंने कहा कि आज स्तन कैंसर के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा रिसर्च और डाटा एकत्र करने की जरूरत है और नियमित जाचं एवं स्व प्रशिक्षण को बढ़ावा देकर हम इस बीमारी से बचाव कर सकते हैं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि महिला स्वस्थ होगी तो इसका लाभ उनके परिवार तथा समुदाय सभी को होता है। उन्होंने कहा कि निश्चित ही एक स्वस्थ व प्रसन्नचित्त महिला के बच्चे अधिक स्वस्थ होंगे, वह अपने परिवार की अच्छी तरह से देखभाल कर सकेगी और इस प्रकार अपने समाज के प्रति अधिक योगदान कर सकेगी।
उन्होंने कहा कि किसी महिला के स्वास्थ्य की समस्या केवल उसकी समस्या नहीं होती है, अपितु महिलाओं का स्वास्थ्य एक सामाजिक व सामुदायिक मुद्दा है। राज्यपाल ने कहा कि आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में पुरुषों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। चाहे वे अपने घर में गृहणी के रूप में कार्य कर रह रहे हों या बाहर काम कर रहे हों, वे अपनी शिक्षा, करियर और पेशे के संबंध में अपने निर्णय स्वयं ले रही हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं अपने पेशे के साथ-साथ अपने घर और परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाने का भी ध्यान रखती हैं और वे एक माँ, एक बेटी, एक बहन, एक पत्नी और एक कामकाजी पेशेवर की कई भूमिकाएं पूरे सामंजस्य से निभा रही हैं।
इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, एम्स ऋषिकेश की निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, हेमवती नन्दन बहुगुणा उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मदन लाल ब्रह्म भट्ट, दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष सयाना, भारतीय सेना के परिवारों से आमंत्रित महिलाएं, राजभवन के सभी अधिकारी,कर्मचारी, सुरक्षाकर्मियों सहित मेडिकल कॉलेज के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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