उत्तरकाशी(चिरंजीव सेमवाल)। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड को 2०25 तक नशामुक्त करने का संकल्प ले रखा है और उसी संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए डीजीपी ने सभी जनपदों के पुलिस कप्तानों को संदेश दे रखा है कि एक-एक नशा माफिया सलाखों के पीछे होना चाहिए। उत्तराखण्ड को नशामुक्त करने की दिशा में सभी जिले की पुलिस नशा माफियाओं के खिलाफ ऑपरेशन करती आ रही है। वहीं लोकसभा चुनाव संपन्न करवाने के बाद पुलिस ने नशे का जड़ से खात्मा करने के लिए सक्रिय है हो गई है। पुलिस ने जनपद में जंग “उदयन” छेड़ रखी है, जिसके तहत पुलिस एक ओर नशे के अवैध कारोबार पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ नशे के आदि हो चुके युवकों की कांउसलिंग कर जीवन के मुख्यधारा से जोडने के प्रयास किये जा रहे हैं। पुलिस व प्रशासन ने अफीम की खेती करने वाले चार लोगों को अपनी रडार पर लिया है और उनके खेतो मे हो रही अफीम की खेती को सख्ती के साथ नष्ट किया गया है। वहीं पुलिस कप्तान की रडार पर कुछ खेत और ऐसे हैं जहां सम्भवत: अफीम की खेती होने की आशंका पनप रही है?
मुहिम उदयन को लेकर पुलिस व प्रशासन की टीम द्वारा नशे की जड़ पर प्रहार करते हुये प्रतिबन्धित अफीम खेती पर कार्रवाई की गयी है। तहसीलदार बड़कोट धनीराम डंगवाल, थानाध्यक्ष पुरोला मोहन कठैत एवं प्रभारी एसओजी प्रकाश राणा के नेतृत्व में पुरोला पुलिस, राजस्व विभाग व एस०ओ०जी० उत्तरकाशी की संयुक्त टीम द्वारा एक सटीक सूचना पर पुरोला क्षेत्रान्तर्गत केवल गांव से करीब 1 कि०मी० पहले भोर बागी छानी स्थित भूमि में छापेमारी कर प्रतिबन्धित अफीम ( पोस्त ) की खेती का विनिष्टीकरण किया गया। इस दौरान पुलिस व राजस्व की टीम द्वारा करीब डेड नाली भू-भाग पर उगाई पैदा की गयी अफीम की खेती नष्ट कर अफीम की पैदावार करने वाले चार भूस्वामियों के विरुद्ध थाना पुरोला पर एनडीपीएस एक्ट मे मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस कप्तान अर्पण यदुवंशी ने बताया कि जनपद के दूर-दराज के क्षेत्रों में प्रतिबन्धित/अवैध नशे की खेती की लगातार सूचनायें मिल रही हैं, पुरोला में पुलिस व राजस्व की टीम द्वारा अफीम की अवैध खेती को नष्ट किया गया है, अभी हमारे पास अवैध खेती की और भी सुचनाये हैं, जिसमें हमारी टीम चिह्नीकरण का काम कर रही है, अवैध नशे की गतिविधियों में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जायेगा। पुलिस ने अफीम की खेती करने वाले रणवीर सिंह, मनवीर सिंह, नारायण सिंह व शूरवीर सिंह गांव थाना पुरोला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस व प्रशासन की इस कार्यवाही से नशा तस्करों में हडकम्प मच गया है और सवाल उठ रहा है कि आखिरकार पहाडो मे ऐसे कितने खेत हैं जहां पर खामोशी के साथ नशा तस्कर अफीम की खेती कर नशे के खेल मे खुलकर डूबी हुई है?