उत्तरकाशी(चिरंजीव सेमवाल)। आज भटवाड़ी, उत्तरकाशी में आयोजित जनसभा में जाते वक्त रास्ते में रैथल गांव के पास मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अचानक अपने काफिले को रोक लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर गांव वासियों की खुशी का जैसे कोई ठिकाना ही नहीं रहा। बुजुर्ग, युवा, माताएं-बहनें, बच्चे हर उम्र के लोग जैसे उनकी एक झलक पाने को लालायित थे। मुख्यमंत्री ने अपनी गाड़ी से उतरकर सबका अभिवादन किया। बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया और हाथ जोड़कर सबका अभिनंदन किया। माताओं और बहनों में मुख्यमंत्री के प्रति एक अलग ही उत्साह देखने को मिला, जैसे बहनों में अपने भाई से मिलते वक्त होता है। सभी ने मुख्यमंत्री धामी का स्वागत किया और साथ में एक सेल्फी लेने के लिए बोली ‘भैजी हमार दगड़ी सेल्फी लियावा त…Ó मुख्यमंत्री धामी ने भी उनकी खुशी का मान रखते हुए सभी के साथ सेल्फी ली। मुख्यमंत्री के साथ ग्रामीण महिलाओं ने जिस तरह से अपने मोबाइल फोन से सेल्फी ली उसे देखकर वहां की जनता भी यह सोचने पर मजबूर हो गई कि अगर तेइस सालों में उन्हें हर बार ऐसा मुख्यमंत्री मिला होता तो आज उनका उत्तराखण्ड विदेश में भी अपनी एक नई पहचान बना चुका होता। महिलाओं और बडे-बूढों को सडक पर खडा देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिस तरह से उनके सम्मान में अपने काफिले को सड़क पर रूकवाकर उनके बीच अपनी दस्तक दी तो उस दृश्य को देखकर महिलायें खूब गदगद नजर आई और वह अपने लोकप्रिय मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी लेने के लिए जब आगे आई तो मुख्यमंत्री ने भी उनकी इस मांग को स्वीकार किया और उसके बाद वहां मौजूद महिलाओं ने अपने साथ मुख्यमंत्री की सेल्फी लेकर उन्हें अपना आशीर्वाद भी दिया। वहां मौजूद लोगों और महिलाओं का साफ कहना था कि उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री के मन में तिनकाभर भी अहंकार नहीं है और वह एक आम इंसान की तरह जिस तरह से सबसे मिलने के लिए आगे आ जाते हैं उसी का परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड में चारो तरफ धाकड धामी के नाम की गूंज सुनने को मिल रही है।