देहरादून(संवाददाता)। एक युवती के लापता हो जाने के बाद उसे तलाशने के लिए पुलिस कप्तान ने खुद मोर्चा संभाला और उन्होंने इस युवती के लापता होने के रहस्य को तलाशने के लिए पुलिस टीमों को मैदान में उतारा और कप्तान अजय के बिछाये जाल में आखिरकार कातिल फंस गया और कातिल भी युवती का प्रेमी निकला। अवैध सम्बन्धों के शक के चलते युवती की हत्या की थी और युवती के शव को सूटकेस के अन्दर बन्द कर आशारोडी से आगे सुनसान जंगल में ठिकाने लगा दिया था। कातिल की निशानदेही पर सूटकेस के अन्दर से युवती का सडा-गला शव पुलिस ने बरामद कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि 29 जनवरी 2०24 को शहरुल जहाँ पत्नी जहीर हसन निवासी जमालपुर कला थाना कनखल जनपद हरिद्वार द्वारा एक लिखित प्रार्थना पत्र अपनी पुत्री शहनूर उम्र 24 वर्ष की गुमशुदगी के सम्बन्ध मे कोतवाली पटेलनगर पर दिया गया। जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि उनकी पुत्री शहनूर देहरादून मे संस्कृति विहार कालोनी मे रहकर ब्यूटी पॉर्लर का काम करती थी जो 26 दिसम्बर 2०23 से लापता है, जिससे सम्पर्क करने तथा ढूंढने का उनके द्वारा काफी प्रयास किया गया किन्तु उसके सम्बन्ध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पा रही है। इस पर पटेलनगर थाने में युवती की गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ। युवती के लापता होने की घटना को पुलिस कप्तान ने गंभीरता से लिया और उसे खोज निकालने का ऑपरेशन खुद चलाया। पुलिस कप्तान ने गुमशुदा की तलाश एवं खोजबीन के लिए मुखबीरों को मैदान में उतारा। पुलिस कप्तान अजय सिंह की टीम को जानकारी मिली कि गुमशुदा शहनूर देहरादून मे संस्कृति लोक कालोनी मे राशिद नाम के युवक के साथ लिव इन रिलेशनशिप मे रहती थी, जो युवती के गुम होने के बाद से ही देहरादून से फरार चल रहा है। इस पर पुलिस टीम द्वारा राशिद तलाश के लिए पुलिस कप्तान ने एक बडा जाल बिछाया और बीते रोज मुखबिर के माध्यम से पुलिस टीम को जानकारी मिली कि राशिद संस्कृति विहार कालोनी में अपने किराये के कमरे के आस-पास घूम रहा है, जो सम्भवत: कमरे से अपना सामान लेने के लिये देहरादून आया है, इस पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल संस्कृति विहार कालोनी पहुँचकर राशिद उपरोक्त से मौके पर गुमशुदा शहनूर के सम्बन्ध में जानकारी की गई तो वह इस सम्बन्ध में कोई जानकारी न होने की बात कहने लगा, संदिग्धता प्रतीत होने पर पुलिस द्वारा राशिद को विस्तृत पूछताछ हेतु थाने लाया गया। जहां उससे सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा गुमशुदा शहनूर की गला दबाकर हत्या करना तथा शव को सूटकेस में बदं कर आशारोडी से आगे जगंल में ठिकाने लगाने की बात बताई गई, जिस पर पुलिस टीम द्वारा कातिल को साथ ले जाकर आशारोडी से करीब 5-6 किलोमीटर सहारनपुर की ओर सडक किनारे खाई के पास पडे एक सूटकेस के अन्दर से गुमशुदा शहनूर के शव के कंकाल को सडी-गली अवस्था मे बरामद किया गया, अभियुक्त को मौके से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस कप्तान ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि कातिल ने पूछताछ मे अपना नाम राशिद निवासी बागोवाली थाना नई मण्डी जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश उम्र 23 वर्ष द्वारा बताया और कहा कि वो अपने गांव बागोवाली में मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का कार्य करता था, वर्ष 2०17-18 में उसकी पहचान मोबाइल फोन के माध्यम से शहनूर से हुई थी। उसके बाद से ही वे लगातार एक दूसरे के सम्पर्क में थे। सितम्बर 2०23 में वह शहनूर से मिलने देहरादून आया तथा उसके बाद संस्कृति लोक कॉलोनी आईएसबीटी के पास एक कमरा किराए पर लेकर शहनूर के साथ रहने लगा । शहनूर से उसके काम के बारे में पूछने पर उसके द्वारा पार्लर में काम करना बताया जाता था, पर पार्लर का पता पूछने पर वो हमेशा बात टाल देती थी। शहनूर हमेशा रात में देरी से और कई बार अगले दिन सुबह कमरे पर आती थी तथा वजह पूछने पर हमेशा बातों को टाल देती थी, अभियुक्त को अंदेशा था कि शहनूर किसी प्रकार के गलत कामों में लिप्त है। कप्तान ने बताया कि 26 दिसंबर 2०23 को भी अभियुक्त देर रात तक कमरे में शहनूर का इन्तेजार करता रहा पर शहनूर 27 दिसंबर 2०23 की सुबह करीब ०2:०० बजे कमरे पर आई। इस बात को लेकर अभियुक्त का शहनूर से झगडा हो गया तथा देरी से आने की वजह पूछने पर शहनूर द्वारा उससे अपने काम से काम रखने तथा उस पर नजर न रखने की बात कही तथा अभियुक्त के मुंह पर थप्पड मार दिया, जिस पर गुस्से में आकर अभियुक्त द्वारा शहनूर का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद अगले दिन अभियुक्त शहनूर की स्कूटी संख्या यूके-०8-एडब्ल्यू-4566 को लेकर पटेल नगर लालपुल की तरफ गया, जहाँ उसने शहनूर के एटीएम कार्ड से 17,०००/- रुपये कैश निकाले तथा उसके पश्चात लालपुर स्थित विशाल मेगा मॉर्ट से एक लाल रंग का बडा सूटकेस तथा मुस्कान चौक पर हार्डवेयर की दुकान से रस्सी खरीदी और अपने कमरे पर वापस आ गया। कमरे पर अभियुक्त द्वारा शहनूर के शव को लाल सूटकेस के अन्दर बंद किया तथा दोपहर के समय उक्त सूटकेस को शहनूर की स्कूटी की पिछली सीट बांधकर उसे आशारोडी के आगे सुनसान जगंल में एक खाई में फेंक दिया।
कप्तान ने बताया कि इसके बाद कातिल ने पकडे जाने के डर से शहनूर की स्कूटी लेकर अपने गाँव बागोवाली मुजफ्फरनगर चला गया तथा कुछ दिन वहां रहने के बाद अपनी बहन के घर कलाआम रोड विद्यानंद कॉलोनी पानीपत चला गया, जहाँ पर अभियुक्त पिकअप गाड़ी में हेल्पर का काम कर रहा था। कातिल बीते रात संस्कृति लोक कालोनी में स्थित किराये के कमरे से अपना सामान लेने के लिये देहरादून आया था, पूछताछ में अभियुक्त द्वारा मृतका शहनूर की स्कूटी, मोबाइल फोन तथा एटीएम कार्ड का अपनी बहन के घर कलाआम रोड विद्यानंद कॉलोनी पानीपत में रखा जाना बताया गया।