उत्तरकाशी(प्रमुख संवाददाता)। उत्तराखण्ड में तेइस साल से मैदान और पहाड़ में जिस तेजी के साथ नशे का नेटवर्क फैलता चला गया उसी के चलते राज्य में नशा माफियाओं का साम्राज्य इतना विशाल होता चला गया कि उन्होंने युवा पीढ़ी को नशे का ऐसा चस्का लगाया कि उससे बाहर निकलने में वह सफल नहीं हो पा रहे हैं जिसके चलते उनके परिवार वालों ने नशा माफियाओं को लेकर बडी नाराजगी पनपती आ रही है। नशा माफियाओं का साम्राज्य कुचलने के लिए मुख्यमंत्री संकल्प ले रखा है और उसी संकल्प को पूरा करने के लिए वह पहाड से लेकर मैदान में अपनी जड़े जमा चुके नशा माफियाओं के खिलाफ बडा ऑपरेशन चलाकर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने के मिशन में आगे बढ़े हुये हैं। लोकसभा चुनाव को देखते हुए डीजीपी ने सभी जनपदों की पुलिस कप्तानों को बॉर्डर पर सधन चैकिंग के आदेश दिये हैं तो वहीं नशा माफियाओं को कुचलने के लिए भी उन्होंने साफ संदेश दे रखा है। पुलिस कप्तान ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए जनपद में चप्पे-चप्पे पर संदिग्धों और नशा माफियाओं पर पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है और उसी के चलते पुलिस ने लाखों रूपये की स्मैक के साथ तीन नशा तस्करों को उस समय दबोच लिया जब वह स्मैक को तस्करी करके युवाओं तक पहुंचाने का प्लान बनाये हुये थे।
पुलिस कप्तान अर्पण यधुवंशी ने जनपद में नशा माफियाओं के खिलाफ लम्बे समय से ऑपरेशन चला रखा है और वह मुख्यमंत्री के नशामुक्त उत्तराखण्ड के विजन को धरातल पर उतारने के लिए अपनी टीमों को मैदान में उतारे हुये है। पुलिस कप्तान ने एसओजी को भी नशा माफियाओं की कमर तोडने के लिए मैदान में उतार रखा है। कप्तान लगातार जनपद के सभी बैरियरों पर सधन चैकिंग कराकर वहां संदिग्धों के खिलाफ ऑपरेशन चलाये हुये हैं तो वहीं इस चैकिंग के दौरान नशा माफिया भी पुलिस के शिकंजे में फंस रहे हैैं। पुलिस कप्तान ने बताया कि एक गोपनीय सूचना के आधार पर पुरोला थाना प्रभारी व एसओजी की टीम को इलाके में चैकिंग के आदेश दिये तो वहीं कोतवाली पुलिस और एसओजी के कुछ कर्मचारियों को संदिग्धों की चैकिंग के ऑपरेशन के लिए मैदान में उतारा गया है। पुलिस कप्तान ने बताया कि कोतवाली और एसओजी की टीम ने एक नशा तस्कर को दबोचकर उसके कब्जे से चरस बरामद की तो वहीं पुरोला थाना प्रभारी और एसओजी की टीम ने संदीप पंवार व चन्द्रेश को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि यह दोनो नशा तस्कर स्मैक को छोटे-छोटे बिट में उत्तरकाशी में बेचने के लिए ला रहे थे और खुद भी वह नशा करते हैं। पुलिस कप्तान ने बताया कि अगोडा बैंड के पास अरविंद नामक तस्कर को स्कूटी के साथ गिरफ्तार किया तो उसके पास से चरस बरामद हुई जिसने खुलासा किया कि वह मोरी से चरस खरीद कर मुनाफे के लिए देहरादून बेचने की फिराक में था। पुलिस कप्तान ने बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए बैरियरों पर सधन चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है और मुखबीरों का नेटवर्क बनाकर उन्हें नशा तस्करों की जानकारी देने के मिशन में आगे किया गया है।
गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने 2०25 तक उत्तराखण्ड को नशामुक्त बनाने का संकल्प ले रखा है और उन्होंने राज्य के डीजीपी अभिनव कुमार को नशा माफियाओं के खिलाफ बडा ऑपरेशन चलाने के लिए आदेश दिये हुये है जिसके चलते लगातार पहाडी जनपदों के पुलिस कप्तानों ने अपने इलाकों में नशा माफियाओं की जडों पर प्रहार करने के लिए उनके खिलाफ बडा ऑपरेशन चला रखा है जिसमें आये दिन नशा तस्कर फंस रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के अन्दर नशा माफियाओं का साम्राज्य कुचलने के मिशन में आगे बढ़े हुये हैं और वह एक संकल्प के साथ हर उस नशा तस्कर को सबक सिखाने के लिए आगे आ रखे हैं जो युवा पीढी को नशे के दलदल में धकेलने के लिए आगे आ रखे हैं।