मैंने जिंदगी के संघर्षों को करीब से देखा

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रुद्रपुर(संवाददाता)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी न ेअपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान रुद्रपुर के गाँधी पार्क में आयोजित नजूल भूमि का निशुल्क पट्टा वितरण एवं किफायती आवास आवंटन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान मुख्यमंत्री का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम में नारी शक्ति के द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुष्प वर्षा कर किया गया। इस अवसर पर इसके उपरांत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा जसपुर में 1411.०4 लाख, काशीपुर में 7498.97 लाख, बाजपुर में 3०77.88 लाख, गदरपुर में 2532.०3 लाख, रुद्रपुर में 2०296.92 लाख, किच्छा में 34०4.52 लाख, सितारगंज में 866.68 लाख, नानकमत्ता में 5558.49 लाख एवं खटीमा में 6०58.4० लाख (कुल 567०4.93 लाख) रुपये की लागत से होने वाले कुल 222 विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नजूल भूमि के मालिकाना हक का पट्टा पाने वाले 26०० परिवारों एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के 4०3 स्वामित्व पत्र वितरित किए व सभी लाभार्थी परिवारों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और इसके साथ ही कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहुंचे सभी लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज मुझे निजी रूप से भी इस बात की बहुत खुशी हो रही है कि आज आखिरकार वह दिन आ गया जब आप सभी को अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए पट्टा मिल रहा है, क्योंकि आजादी के बाद यह पहला मौका है जब आप लोगों को मालिकाना हक का पट्टा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जितना संघर्ष आप लोगों ने किया है उतनी ही मेहनत राज्य सरकार ने भी की है। उन्होंने कहा कि जब हाई कोर्ट ने नजूल नीति को खारिज कर दिया था और भूमि को खाली करने का आदेश दे दिया था , हमारी सरकार इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट लेकर गई, हमने आपके हक की लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में आप सबकी जीत हुई, हम जीते क्योंकि हमारे साथ केंद्र सरकार व आप सभी का आशीर्वाद था। उन्होंने कहा कि इसके बाद हमनें विधानसभा में कानून पास किया, नजूल नीति 2०21 लागू की, तमाम कानून प्रक्रियाएं अपनाई, तब जाकर आपको यह पट्टा देने में सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि पट्टा लेने के लिए आपको भागदौड़ ना करनी पड़े बल्कि सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी-अधिकारी खुद आपके दरवाजे तक चल कर आएं और सारे जरूरी काम निपटायें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस पूरी प्रक्रिया में लाभार्थी परिवारों का एक भी रुपया खर्च नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह भी एक साधारण परिवार से है और गांव में जन्मा और पला-बढ़ा हुआ , मैंने जिंदगी के संघर्षों को करीब से देखा समझा है। लोगों की जिंदगी का अधिकांश समय मूलभूत आवश्यकताओं रोटी, कपड़ा और मकान की समस्याओं को सुलझाने में ही गुजर जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में सवाल घर बनाना किसी बड़े सपने से कम नहीं होता है, शहरी क्षेत्रों में तो घर बनाने के लिए जमीन खरीदना भी एक बड़ी बात होती है। उन्होंने कहा कि आज जब आपको यह पट्टा मिल रहा है तो मुझे खुशी हो रही है कि आपका सपना पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब आप इस भूमि पर अपने सपनों का आशियाना बनाइये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता की सच्ची हितैषी है, नजूल नीति का सरलीकरण करके हमनें शहरवासियों को बड़ी सौगात दी है , आप सबको मालिकाना हक मिलने से कालोनियां विनियमित हो सकेंगी।
उन्होंने कहा कि यह अभी पहला चरण है जिसमें 26०० परिवारों को मालिकाना हक का पट्टा दिया जा रहा है, अभी भी जो पात्र परिवार बचे हुए हैं उनको पट्टा दिलाने की प्रकिया पूरी की जा रही है, बहुत जल्द ही उन्हें भी उनके सपनों का घर बनाने के लिए पट्टा मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं है, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र के साथ, जनता से किये हुए वायदों को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार वंचितों, शोषितों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की समृद्धि और उत्थान के लिए विशेष रूप से कार्य कर रही है। हम सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सरकार के हर महकमें को आपके दरवाजे तक भेज रहे हैं ताकि आर्थिक रूप से गरीब लोगों का जीवन सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटने में ना बीते। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का कार्य केवल हमारी सरकार ही कर सकती है, जिसने गरीब परिवारों के साथ सीधे संवाद किया है, उनकी समस्याओं को समझा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह डबल इंजन की सरकार है, उन्होंने कहा कि हम आपके लिए जिस ईमानदारी और जनसेवा की भावना से कार्य कर रहे हैं वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर उनके मार्गदर्शन में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार आज पूरे भारत में विकास का एक नया आयाम स्थापित कर रही है।
उन्होंने कहा कि चाहे उज्जवला योजना के जरिए मातृ शक्ति को धुंए से मुक्ति दिलानी हो, चाहे आयुष्मान भारत योजना के जरिए मुफ्त में इलाज मुहैया करवाना हो या चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए हर पिछड़े, गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को घर देना हो। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हर तरफ से भारत के लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठा रही है, सभी का उत्थान कर रही है। मोदी जी का उत्तराखंड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति और देवों के देव महादेव के प्रति उनके अटूट प्रेम से आप सभी अवगत हैं। उन्होंने कहा कि आज सड़क हो, बड़े, शिक्षण संस्थान हों, स्वास्थ्य हो या देव स्थानों का पुनर्विकास हो, हर तरह से केंद्र सरकार उत्तराखंड को तेजी से विकसित करने में अपना योगदान दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष रूप से धन्यवाद किया कि जब हमने आप सभी को मालिकाना हक का पट्टा देने के लिए विधानसभा में विधेयक पारित किया तो विधेयक की अंतिम मंजूरी के लिए राजभवन के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा गया था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने आपकी समस्या , आपकी पीड़ा और संघर्ष समझने में देर नहीं लगाई और इसे अपनी मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि आज जो मालिकाना हक का पट्टा आपको मिल रहा है उसमें मोदी जी का भी बहुत बड़ा योगदान है, तो आइए हम सब मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक अटल, अडिग और मजबूत इच्छाशक्ति वाले प्रधानमंत्री के रूप में विश्व से समक्ष उभरे हैं,उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति से प्रेरणा लेते हुए हमने भी उत्तराखंड के विकास और सुख शांति को बनाए रखने के लिए कई कठोर निर्णय लिए हैं और कठोर कानून बनाए हैं। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं को उत्पीडऩ से बचाने के लिए समान आचार संहिता का विधेयक लेकर आए। ूउन्होंने कहा कि जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून बनाया। युवाओं का भविष्य संवारने के लिए हमने देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाया। उन्होंने कहा कि हमारी राज्य सरकार लैंड जिहाद को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही हमनें दंगा करने वाले दंगाइयों से ही सारे नुकसान की भरपाई का नियम लागू किया है। ऐसे तमाम काम हमने कर दिखाए, जिनके बारे में कभी सोचा नहीं जा सकता था।
उन्होंने कहा कि नजूल भूमि का मालिकाना हक देने के बारे में भी हमसे पहले की सरकारों ने कभी गंभीरता से सोचा नहीं था लेकिन हमनें आपके बारे में सोचा और असंभव सा दिखने वाला यह कार्य भी कर दिखाया। उन्होंने कहा कि आपको यह मालिकाना हक मिलना हमारी सरकार का सरलीकरण, समाधान, सन्तुष्टि के साथ-साथ विकल्प रहित संकल्प की मूल भावना का ही परिणाम है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नजूल भूमि के फ्री होल्ड के लाभार्थी रविन्द्र नगर के विवेक तिवारी एवं शिव नगर की मेघना से वार्ता की। उक्त दोनों लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं नगर निगम की टीम की प्रशंसा की जिन्होनें, जगह-जगह पर कैंप लगाकर सत्यापन, नोटरी और फोटोग्राफी आदि का कार्य किया। इस असंभव से दिखने वाले कार्य में योगदान देने वाले सभी गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर इसके उपरांत केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट, विधायक शिव अरोडा, जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल एवं निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर विधायक अरविंद पाण्डे, दर्जा राज्यमंत्री अनिल कपूर (डब्बू), उत्तम दत्ता, जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल, गुंजन सुखीजा, निवर्तमान अध्यक्ष नगर पंचायत दिनेशपुर सीमा सरकार, जिला महामंत्री भाजपा अमित नारंग, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, प्रदेश मंत्री भाजपा विकास शर्मा, विवेक सक्सेना,सुरेश परिहार, भारत भूषण चुघ, सुरेश कोली, मण्डलायुक्त दीपक रावत, डीआईजी योगेंद्र सिंह रावत, जिलाधिकारी उदय राज सिंह, एसएसपी डॉक्टर मंजुनाथ टी सी, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, एडीएम अशोक जोशी, पंकज उपाध्याय, एएसपी मनोज कत्याल, अभय प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी मनीष बिष्ट, नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल सहित अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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