देहरादून(संवाददाता)। विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन प्रतापनगर विधायक ने चौड़ लमगांव सीएचसी में प्रसूता महिला की मौत का मामला उठाया और जिस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर धन सिंह रावत ने प्रताप नगर सीएचसी के डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया है।
यहां विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही के दौरान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के तमाम विभागों से संबंधित सवाल विधानसभा में पूछे गए। विधानसभा में दूसरे ही सवाल में हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत ने धन सिंह रावत के सहकारिता विभाग द्वारा संचालित बैंक को सहकारी समितियां और दूसरे संगठनों में नियुक्तियों में हो रही अनियमितताओं का विषय उठाया। अनुपमा रावत, प्रताप नगर विधायक विक्रम नेगी ने हाल ही में टिहरी गढ़वाल की प्रताप नगर विधानसभा सीट में पडऩे वाले चौड़ लमगांव अस्पताल में प्रसूता को उचित उपचार नहीं मिलने के बाद जिला अस्पताल रेफर करने और रास्ते में ही प्रसूता (जच्चा बच्चा) के दम तोडऩे पर सदन में सवाल पूछा।
इस मामले ने सदन में तूल पकड़ा। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने इस प्रकरण पर खेद प्रकट किया। उन्होंने कहा निश्चित तौर से इस प्रकरण के दौरान लापरवाही हुई है। उन्होंने बताया वहां पर तीन डॉक्टरों की नियुक्ति की गई थी, लेकिन उस दिन वहां पर कोई भी मौजूद नहीं था। जिसके कारण प्रसूता को सुविधा नहीं मिल पाई, जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा इस प्रकरण में डॉक्टर को सस्पेंड करने की कार्रवाई सदन के बाद की जाएगी और सदन के बाद स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने प्रताप नगर अस्पताल के डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया है।
इस दौरान कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सदन में भिक्षावृत्ति पर सवाल पूछा और सरकार से मांगा जवाब कि अब तक विक्षावृति को खत्म करने के लिए कितना धन व्यय हुआ है और प्रीतम सिंह के साथ सत्ता पक्ष के विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने भी भिक्षावृत्तिा का सवाल उठाया और विधायकों के सवाल पर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा की अभी तक 767० बच्चो को भिक्षावृत्ति से अलग किया है। संसदीय कार्य ने कहा 36०3 विक्षावृति करने वाले बच्चों को स्कूल में भर्ती किया गया और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य संसदीय कार्यमंत्री के जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आए। वहीं सदन में पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों ने अनेकों सवाल उठाये और जिसका जवाब संबंधित विभागों के मंत्रियों ने दिया।