थाने में अधिकारियों को जिंदा जलाने का मचाया तांडव

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नैनीताल(संवाददाता)। जनपद में हल्द्वानी के बनभूलपुरा में कल अतिक्रमण हटाये जाने के दौरान उपद्रव और आगजनी की वारदात से समूचा राज्य हिल गया और इस वारदात से सरकार भी सकते में आ गई कि आखिरकार यह दंगा किसने और किसकी शह पर अंजाम दी गई? इस दंगे में दो लोगों की मौत हो गई और सरकार से लेकर सिस्टम के आला अफसर दंगाईयों पर सख्त एक्शन लेने के लिए आगे आ चुके हैं। वहीं जनपद की डीएम और पुलिस कप्तान ने मीडिया से रूबरू होते हुए इस घटना की सारी सच्चाई बयां की जिससे साफ नजर आ रहा है कि यह दंगा एक सोची समझी रणनीति के तहत अंजाम दिया गया है।
आज जनपद की डीएम वंदना सिंह और पुलिस कप्तान प्रहलाद मीणा ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने हिंसा में दो लोगों की मौत की पुष्टि भी की। डीएम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि बिना उकसावे की कार्यवाही के अधिकारियों को थाने में जिंदा जलाने की कोशिश की गई। डीएम वंदना सिंह ने बताया कि किसी को चोट पहुंचाने की कोशिश नहीं की गई और अधिकारियों को बाहर नहीं निकलने नहीं दिया और जिंदा जलाने की कोशिश की गई और थाने के बाहर वाहनों को जलाया गया और वहां पर तैनात पुलिस अधिकारियों को बाहर नहीं निकलने दिया। उन्होंने बताया कि कई अन्य वाहनों को भी उपद्रवियों के द्वारा जलाया गया है।
डीएम ने बताया कि पेट्रोल बम से थाने पर हमला कर जलाया गया और सरकारी संपत्तियों को सुरक्षित करने के लिए अधिकारियों को दायित्व निर्धारित किये गये है और शहर की सडकों के चौडीकरण के लिए निर्देशित किया गया और सुनवाई के लिए निर्देशित किया गया है।
सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए टॉस्क फोर्स गठित की गई है और अतिक्रमण मुक्त करने के निर्देश दिये गये है और थाने में उस दौरान कार्यालय में बैठे अधिकारियों को बाहर नहीं निकलने नहीं दिया है। कुछ लोगों ने उच्च न्यायालय की शरण भी ली और एक संपत्ति को टारगेट करने और अलग अलग क्षेत्रों में यह अभियान चल रहा है और कहीं पर धार्मिक संरचना के रूप में मान्यता नहीं है और उन्हें खाली कराया है और नोटिस परिसंम्पत्तियों पर चस्पा कर दिया गया है और इस स्टेक्चर पर और तीन दिन में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये गये है और अन्यथा नगर निगम हटायेगा और ज्यादा मात्रा में आसपास के क्षेत्रों के लोगों ने टीम के लोगों के साथ चर्चा की और उच्च न्यायालय जाने का अवसर प्रदान किया जाये और उसके बाद जो कार्यवाही होगी वह सभी को मान्य होगी।
पुलिस कप्तान प्रहलाद मीणा ने बताया कि प्रशासन व पुलिस पर हमला करना है और दो लोगों की मौत हुई है और उसका परीक्षण कराया जा रहा है और तीन जो घायल हुए है औरउसका भी परीक्षण हो रहा है कि किस प्रकार से हुई है और धारदार हथियार या अन्य प्रकार से हुई है का परीक्षण हो रहा है। उन्होंने बताया कि चार उपद्रवी कब्जे में है और फोर्स लगाई गई है और हालात सामान्य है और पांच कंपनी पीएसी की लगाई गई है और स्थानीय पुलिस भी पूरी मुस्तैदी के साथ लगाई गई है।
इस दौरान फुटेज भी दिखाई गई है और चार उपद्रवी कब्जे में है जिन्होंने दंगा भडकाने का काम किया है और 15-2० और भी है और ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर की जा रही है और आगे के लिए रणनीति तैयार की जायेगी की सरकारी कर्मचारी पर जानलेवा हमला करने की कोशिश करेगा तो सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि फोर्स पर गोलियां चलाई जा रही थी उसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्यवाही की।

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