देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री ने बाइस जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्तराखण्डवासियों के अन्दर एक बडा उत्सव मनाने के लिए जो अलख जगाई है उससे उत्तराखण्ड के अन्दर जहां हर तरफ राम-राम के भजन से आवाम भक्तिमय लीन हो रहे हैं वहीं धामी की धुन पर भगवाधारी भी धर्मनगरी में जिस तरह से झूमते नजर आये उससे साफ दिखाई दे रहा है कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री का हिन्दुत्व को लेकर क्या विजन बन चुका है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर विजन को धरातल पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री हमेशा अगली पक्ति में खडे हुये दिखाई देते हैं और अब जिस तरह से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर समूचे देश में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है वहीं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने राज्य के चप्पे-चप्पे को जिस तरह से राम भक्तिमय कर दिया है उससे उत्तराखण्ड में देवों की धरती का आईना खूब देखने को मिल रहा है।
अयोध्या में आयोजित रामलला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर जहां देश विदेश में सनातनियों में उत्साह है। वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड के अन्दर भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार हरकी पोड़ी पहुंचकर अयोध्या जा रहे गंगा, यमुना व बागेश्वर से निकलने वाली सरयू नदी के जल कलश का पूजन कर अखाड़ा परिषद एवं पुरोहितों के बीच राम धुन जब सुनानी शुरू की तो अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र पूरी सही सभी महामंडलेश्वर सही सैकड़ों साधु झूम उठे पूरा हरकी पोड़ी क्षेत्र जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। आसमान से हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा ने माहौल को और शानदार बना दिया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लैंड जेहाद पर बुलडोजर चलवाने तथा कॉमन सिविल कोड पर सबसे पहले ड्राफ्ट बनवाने के बाद हिंदू ब्रैंड बन गए है। मोदी और योगी के बाद धामी तीसरे ऐसे नेता है जिनकी छवि कट्टर हिंदूवादी की हो चुकी है। चेहरे पर मुस्कान और आंखों में कार्यों के प्रति संजीदगी के बाद कड़क प्रशासक की छवि लूट चुके धामी अब भगवा ब्रिगेट के स्टार प्रचारक बन चुके हैं। जिस प्रकार से राम धुन पर संतों पुरोहितों तथा मकर संक्रांति पर आए लाखों श्रद्धालुओं के बीच धामी ने संदेश दिया उससे साफ है धामी मोदी के ही कदमों को आगे बढ़ा रहे है।
धामी जानते है की जनता में उसके प्रति विश्वास खड़ा हो गया हैं। अब किस तरह जानता को बांध कर रखना है और भाजपा के पक्ष में वॉटर खड़ा करना हैं। धामी केवल सोशल मीडिया के भरोसे ही राजनीतिक पटकथा नही लिख रहे। हैं। जो जानते है मुख्यमंत्री आवास में बैठे रहने से राज्य नही चला करता है। धामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई गुण देकर पिता पुत्र जैसा तारतम्य बैठा लिया है और समय समय धामी को कैसे बढऩा है मोदी लगातार संपर्क करते रहते है। जहां कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों यार अन्य बड़े नेताओं को समय नही देते लेकिन धामी को समय देने में देर नहीं लगाते हैं। वही आरएसएस की विचारधारा पर भी धामी खरे उतरते दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भगवान रामलला की बाइस जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए समूचे उत्तराखण्ड को जिस तरह से राममय कर दिया है उससे भाजपा हाईकमान भी यह पहचान चुका है कि राज्य के मुख्यमंत्री का हिन्दुत्व एजेंडा आने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तराखण्ड की पांचो लोकसभा सीटों पर उन्हें एक बडी जीत दिलाने की दिशा में आगे बढ चुका है।