उत्तरकाशी (संवाददाता)। उत्तरकाशी पुलिस द्वारा प्रकाशित मिशन सिलक्यारा टनल के सफल रेस्क्यू पर आधारित यादगार संस्मरण ‘कॉफी टेबल बुकÓ अब प्रदेश के नामचीन लाइब्रेरियों में भी पढ़ सकेंगे। उत्तरकाशी पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि हमारा लक्ष्य है कि नई पीढ़ी को भी यह बुक पढऩे को मिल सके इस के लिए हमने उत्तराखंड के नामि लाइब्रेरियों को भी उपलब्ध करवा रहे हैं । उन्होंने कहा कि मिशन सिल्क्यारा कॉफी टेबल बुक को हेमंत नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर, श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी, एवं दून लाइब्रेरी देहरादून , उत्तरकाशी के लाइब्रेरियों एवं विभिन्न आला अफसरों , जनप्रतिनिधियों सहित सामाजिक संगठनों को वितरित किया गया है ताकि आने वाली पीढ़ी दुनिया के सबसे बड़े ऑपरेशन की बारिकियों से रू-ब-रू हो सके।
बता दें कि पुलिस की मिशन सिल्क्यारा ‘कॉफी टेबल बुकÓ का लोकार्पण उत्तरकाशी में दीदी -भुली महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामलीला मैदान में किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भी उत्तरकाशी पुलिस के इस पहल की सराहना की थी। पुस्तक का मुख्य सम्पादक एवं अवधारणा ( संकल्पना ) , डिजाइन युवा तेजतर्रार पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी अनुज कुमार द्वारा किया गया है। इस के अतिरिक्त कर्नल सुदीप बॉस , डॉ० चेतना पोखरियाल ने पुस्तक के सम्पादन में महत्वपूर्ण सहयोग दिया गया वहीं कानि० सुरेश कोहली एवं विरेन्द्र नेगी लोकेंद्र सिंह राणा ने फोटोग्राफ्स संयोजन एवं तकनीकी सहायता दी है।
पुस्तक कवर पेज पर 4० श्रमिकों को हौसला देने वाले पौड़ी जनपद के गब्बर सिंह नेगी की उस फोटो को जगहा दी गई जब 28 नवम्बर 2०23 रात्रि को गब्बर सिंह सुरंग से बाहर निकले तो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने उन्हें गले लगाया था । पुस्तक में विज्ञान और आस्था का संगम दर्शाया गया है जब में बाबा बौखनाग अपना चमत्कार दिखाया तो दुनिया ने उसे महसूस किया था। वहीं जब अमेरिका की ऑगर ड्रिलिंग मशीन ने पहाड़ के आगे घुटने टेक दिए थे तब भूमि गत ऑपरेशन को भी किसी प्रकार से अंजाम दिया गया है। हमारे डेढ़ हजार साल पुरानी चूहा सुरंग पद्धति से 15 मीटर सुरंग को हाथों से महज 24 घंटों में कैसे खोद डाली थी? पुलिस कप्तान अर्पण यदुवंशी एवं डीएसपी अनुज कुमार के मार्गदर्शन में पुलिस की पूरी टीम ने जिस तेजी के साथ सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरी क्षमता के साथ रेस्क्यू टीम को बैकअप दिया वह अत्यंत प्रशासनीय रहा है। उत्तरकाशी पुलिस ने सिल्क्यारा टनल के सफल ऐतिहासिक रेस्क्यू प्रयासों पुलिस मिशन सिलक्यारा ‘कॉफी टेबल बुकÓ में पुलिस ने 17 दिनों तक चलाये गये दुनिया के सबसे बड़े भूमिगत सफल ऑपरेशन के फोटोग्राफ से लेकर की तमाम अंतर्राष्ट्रीय टनल एक्सपर्ट से लेकर की केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी , जनरल बीके सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, केंद्रीय सचिव मंगलेश घडिय़ाल,नोडल अधिकारी डॉ नीरज खैरवाल नोडल अधिकारी जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ,जिला न्यायाधीश गुरुबख्श सिंह , मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, उपजिलाधिकारी वृजेश तिवारी, चतर सिंह चौहान, पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह भंडारी, प्रशांत कुमार, सहित एन एचडीसीएल की मशीनरी, उत्तरकाशी पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर, मेडिकल, जिला प्रशासन एवं अन्य रेस्क्यू विशेषज्ञों द्वारा 12 नवम्बर से दिन-रात की कड़ी मशक्कत से 17 दिनों के बाद 28 नवम्बर 2०23 को टनल में फंसे सभी श्रमिकों को सकुशल रेस्क्यू किया गया था। भारतीय वायु सेना (प्।थ्) ने तीन ब्-13० श्र सुपर हरक्यूलिस विमानों का उपयोग करके ऑगुर मशीनों सहित 27.5 टन महत्वपूर्ण उपकरण को चिन्यालीसौड हवाई पट्टी पर एयरलिफ्ट करने से जहां समय की बचत हुई थी वहीं रेस्क्यू अभियान को भी तेजी से गति मिली थी।