अंकिता हत्याकांड में पुलिस ‘बेदाग’

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देहरादून(नगर संवाददाता)। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में पुलिस पर जो षडयंत्र का आरोप लगाते रहे है लेकिन इसमें पुलिस की भूमिका हर स्तर पर सराहनीय रही और जिसकी न्यायपालिका ने भी समीक्षा की तथा हाईकोर्ट ने पुलिस के कार्यों की सराहना की और पुलिस ने अपना काम किया जिससे आरोपियों की लगातार बेल खारिज हुई है। उन्होंने कहा कि आवश्यकताओं के आधार पर पुलिस की कार्य शैली पर सवाल उठाना व कटघरे में खडा करना पूर्ण रूप से गलत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विजन ड्रग्स फ्री उत्तराखंड में पूरे मन से काम करेंगें और साईबर क्राइम के साथ महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष रूप से कार्य किया जायेगा।
यहां कचहरी रोड स्थित अपने कार्यालय के सभागार में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि अपराध व कानून क्षेत्र की प्राथमिकता के साथ ट्रेनिंग को आधार मानकर सुधार लाया जायेगा और उत्तराखंड पुलिस का पूर्व में काफी सुधार हुआ है और इस ओर निरंतर सुधार लाने का काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ट्रैफिंग एक्सीडेंट में रोक लगाये जाने के लिए हरसंभव कार्य किये जायेंगें ओर यदि जिस प्रकार से पहाडों में बस के खाई में गिरने से 3० से 35 परिवार एक साथ काल के ग्रास में चले जाते है और प्रदेश भर की ट्रैफिक को बेहतर बनाने का काम किया जायेगा और नये परिवहन कानून के लिए ट्रैनिंग आहूत की गई है और पांच से सात जनवरी को जयपुर में होने वाली डीजीपी कान्फ्रेस में भी इस नये परिवहन कानून पर व्यापक स्तर पर चर्चा की जायेगी और साइबर क्राइम पर अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अमित सिन्हा अपना प्रस्तुतिकरण करेंगें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सवा करोड़ की आबादी के बाद हर वर्ष पांच से छह गुना तीर्थयात्री, पर्यटक यहां आते है और उसका प्रबंधन करना भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि पुलिस इसके लिए हरसंभव तैयार रहती है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय स्तर पर जी 2० समिट एवं इन्वेस्टर समिट को संपन्न कराने में पुलिस विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और आने वाले समय में प्रदेश की अस्थाई राजधानी अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर हब बनेगा और इसके लिए पुलिस तरह से चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा एवं कांवड मेला हर साल का चैलेंज है और पुलिस इसके लिए भी प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में यहां पर नेशनल गेम्स होने है और यह भी पुलिस के लिए चुनौती है और हजारों की तादात में एथलीट एवं विभिन्न स्पर्धाओं के खिलाड़ी, मैनेजर व कोच प्रतिभाग करेंगें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदायें आती रहती है और उससे निपटने के लिए पुलिस के साथ ही साथ एसडीआरएफ व एनडीआरएफ सहित सभी एजेंसियां हर समय तैयार रहती है और सिलक्यारा डिजास्टर में एसडीआरएफ का योगदान, जनपद उत्तरकाशी के आईजी गढ़वाल रेंज आदि का सराहनीय योगदान रहा।
उन्होंने कहा कि भौगोलिक परिस्थितियों में आपदाओं से लगातार सामना करना पडता है और जो विकास कार्य चल रहे है और उनमें भी एक चुनौतियां है और एसडीआरएफ को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कुमायूं क्षेत्र में इसकी बटालियन स्थापित की जायेगी और इस ओर पारदर्शी तरीके से काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विभाग में 15०० भर्तियां रिक्त है जिनकी पूर्ति करनी है और वेटिंग लिस्ट का प्रावधान रखा जायेगा और छह माह में भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जायेगी और प्रमोशन चाहे वह इंस्पेक्टर, कांस्टेबल हो व अन्य अधिकारी हो को पूरी पारदर्शिता के साथ किया जायेगा और इसमें सिविल, पीएस व इंटेलिजेंस ही क्यों न शामिल हो।
उन्होंने कहा कि पुलिस कार्य प्रणाली में सुधार व राज्य सरकार के मार्गदर्शन पर काम किया जायेगा और मीडिया का फीडबैक भी महत्वपूर्ण है और बेहतर कार्य किया जायेगा और अनावश्यक रूप से पुलिस की कार्य प्रणाली पर अंगुलियां उठाई जाती है और इससे सभी को बचना होगा और पहले तथ्यों में जाकर उसका अध्ययन करें और सौ प्रतिशत काम में कमी नहीं लाई जा सकती है और इसका उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया और अफवाहों पर सिर्फ राजनीतिक कारणों से आरोप लगते है ऐसी चीजों में भी बचने की जरूरत है और सौ प्रतिशत कोई अपराध पर रोक नहीं लगा सकते यह झूठा आश्वास होगा।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा है कि अपराध करने वाला चाहे कितना भी बडा रसूकदार होगा उस पर भी त्वरित कार्यवाही की जायेगी ओर जीरो टॉलरेंस पुलिस विभाग की पॉलिसी रहेगी। उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से विभाग में अफवाहें फैलाने का काम न नहे और जिससे पर्यटकों के सामने गलत संदेश जाता है और उत्तराखंड शांति प्रिय प्रदेश है किसी भी प्रकार का प्रदेश को नुकसान न हो मिलकर रोकथाम करने के लिए सभी टीम भावना से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मीडिया को जानकारी देने के लिए निलेश भरणे व अन्य अधिकारियों को जिम्मेदारियां दी गई है और जिला पुलिस के कामों में किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं किया जायेगा। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक प्रशासन पूर्व अमित कुमार एवं एडीजी ए पी अंशुमन ने गत वर्ष की विभागीय गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर वार्ता में अनंत शंकर ताकवाले, पी रेणुका देवी एवं अधिकारी शामिल रहे।

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