मेरे लॉडले तुझे किसी की नजर न लगे

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महिलायें पुष्कर को दे रही लम्बे युग तक सीएम बनने का आशीर्वाद
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने दो साल के भीतर महिलाओं के मन में डबल इंजन सरकार का जो विश्वास जगाया है उसी का परिणाम है कि आज राज्य के किसी भी जिलें में जब मुख्यमंत्री पहुंचते हैं तो वहां महिलायें उनके सम्मान में आगे खडी हुई नजर आती है और वह हर बार मुख्यमंत्री को लम्बे युग तक सीएम बने रहने का आशीर्वाद देती हुई दिखाई दे रही हैं। बुजुर्ग महिलायें अपने बीच फ्लावर की तरह खिलने वाले मुख्यमंत्री को पाकर अकसर भावुक हो जाती हैं और वह उन्हें अपने बेटे की तरह दुलार देकर उसके सिर पर यह कहकर हाथ रखती हैं कि मेरे लॉडले तुझे किसी की नजर न लगे। बुजुर्ग महिलाओं को यह देखकर खुशी होती है कि उनका मुख्यमंत्री उनके बीच आकर उनके सामने दोनो हाथ जोडकर जिस तरह से उनसे आशीर्वाद ले रहा है वह राजनेता कम परिवार का सदस्य ही नजर आता है। उत्तराखण्ड का इतिहास रहा है कि महिलाओं ने जिस राजनीतिक दल को चुनाव के अन्दर अपना आशीर्वाद दिया उसी की सत्ता राज्य में बनती रही। मुख्यमंत्री बच्चों व बुजुर्ग महिलाओं के दिलों में इस कदर बस चुके हैं कि उसे देखकर यही बात उभरती है कि ऐसा मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड को पहले क्यों नहीं मिला?
चम्पावत जिला अब मुख्यमंत्री की विधानसभा है और उसे सजाने सवारने की दिशा में मुख्यमंत्री ने जिस विजन के साथ अपनी टीम के साथ काम करना शुरू कर रखा है उसे देखकर चम्पावत की जनता को अपने मुख्यमंत्री पर खूब नाज हो रहा है। मुख्यमंत्री ने अपनी विधानसभा के लोगों को दून आने से बचाने के लिए चम्पावत में ही अपना मिनी कार्यालय खोल रखा है जहां कोई भी व्यक्ति अपनी बात और कोई भी परेशानी लेकर वहां जाता है और उसकी वो समस्या तत्काल खत्म हो जाती है। चंद दिन पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी एक बार फिर चम्पावत अपनी विधानसभा में गये और वहां उन्होंने जनपद के विकास के लिए नया खाका आवाम के सामने रखा और साफ संदेश दिया कि आने वाले समय में देश के अन्दर चम्पावत तारों की झिलमिल की तरह चमकता हुआ नजर आयेगा। आवाम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुले रूप से मिलते हैं और वहां आवाम और मुख्यमंत्री के बीच होने वाली मुलाकात के दौरान सुरक्षाकर्मियों को भी दूर रखा जाता है जिससे कि आवाम मुख्यमंत्री को अपने दिल का राज बता सके।
मुख्यमंत्री जब आवाम से मुलाकात कर रहे थे तभी एक महिला के सामने जब मुख्यमंत्री आये तो अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर महिला भावुक हो गई और उसकी आंखे छलछलाती हुई नजर आई और उसने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मेरे लॉडले तुझे कभी किसी की नजर न लगे। मुख्यमंत्री को जब महिला अपने बेटे की तरह निहारते हुए उन्हें अपना आशीर्वाद दे रही थी तो उस समय मुख्यमंत्री भी भावुकता की बयार में बहते हुए नजर आये और उन्होंने दोनो हाथ जोडकर महिला को तब तक प्रणाम किया जब तक महिला उन्हें अपना आशीर्वाद देती रही। कुल मिलाकर कहा जाये तो उत्तराखण्ड के अन्दर जबसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी हुई है उन्होंने निराले रूप में सत्ता चलाने का जो पैमाना तय किया वह राज्यवासियों को इस कदर रास आ रहा है कि वह मुख्यमंत्री की सादगी और उनके हसमुख चेहरे को देखकर बार-बार उन्हें यही आशीर्वाद दे रहे हैं कि अब वह उत्तराखण्ड के रक्षक और भाग्यविधाता हैं जो एक लम्बे युग तक राज्य में सत्ता पर कायम रहेंगे।

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