देहरादून(नगर संवाददाता)। उत्तराखंड में मूल निवास भू कानून और राज्य आंदोलनकारी को 1० प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में जगह-जगह जनपद मुख्यालयों पर उग्र प्रदर्शन किये तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और स्थाई निवास की प्रतियां भी फूंकी।
इस अवसर पर देहरादून के अलावा विकासनगर, डोईवाला, ऋषिकेश, काशीपुर ,हरिद्वार, पौड़ी, कोटद्वार, घनसाली, टिहरी, आदि तमाम जगहों पर भी राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने डीएम तथा एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे।
इस अवसर पर देहरादून मे कार्यकर्ताओं ने स्थाई निवास की प्रतियां आग के हवाले की तथा सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इस अवसर पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल ने सरकार से मांग की है कि आगामी विधानसभा सत्र में मूल निवास, भू कानून और आंदोलनकारियों के लिए 1० प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण से संबंधित विधेयक पारित कराया जाए।
इस अवसर पर प्रदेश संगठन सचिव सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि पहले सरकार ने राज्य की जनता से मूल निवास छीन लिया और उसके बाद भू कानून भी खत्म कर दिया।उन्होंने दोनों कानूनों को तुरंत बहाल करने की मांग की है।
इस अवसर पर पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बी पी नौटियाल ने कहा कि सरकार ने विधानसभा सत्र में राज्य आंदोलनकारियों को 1० प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की रिपोर्ट 15 दिन के अंदर सदन में पेश करने का संकल्प किया था लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं दिया गया है।
इस अवसर पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि आगामी विधानसभा सत्र में उपरोक्त विषयों पर विधेयक नहीं लाया जाता तो फिर पूरे उत्तराखंड में व्यापक जन आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। इस अवसर पर यशोदा रावत, सुनीता देवी, किरन डोभाल, मीना थपलियाल, रंजना नेगी, उमा खण्डूरी, इंद्रा देवी, पदमा रौतेला, चम्पा देवी, राजेंद्र गुसाईं, संजय तितोरिया, प्रवीन कुमार, गोविंद अधिकारी, भगवती प्रसाद नौटियाल आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।