प्रमुख संवाददाता
हरिद्वार। मंगलौर के ग्राम लहबोली में सानवी ईंट के भट्टे पर दीवार गिरने से उसमें कुछ मजदूरों के दबे होने की खबर मिलते ही जिला व पुलिस प्रशासन में हडकम्प मच गया और आनन-फानन में जनपद के डीएम व पुलिस कप्तान मौके पर पहुंचे और उन्होंने दीवार के नीचे दबे मजदूरों को जेसीबी और पुलिस के सहयोग से बाहर निकाला तो वहां का दृश्य देखकर वह हैरान हो गये कि दीवार के मलवे में दबने से पांच मजदूरों की मौत हो गई और तीन मजदूर गंभीर रूप से धायल हो रखे थे। पुलिस प्रशासन ने आनन-फानन में धायलों को इलाज के लिए रूडकी अस्पताल भिजवाया लेकिन इलाज के दौरान एक धायल की मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना की सूचना मिलते ही काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गये और यह बात उठने लगी कि आखिरकार भट्टे की दीवार कैसे टूट गई। प्रशासन इस मामले की भी जांच कर रहा है कि दीवार कैसे टूटी। इस हादसे का सच सामने लाने के लिए डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये हैं तो वहीं मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रूपये मुआवजा देने की धोषणा की है।
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह मंगलौर कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत ग्राम लहबोली में सानवी ईंट भट्ट पर दीवार गिरने की सूचना 112 से पुलिस को प्राप्त हुई। दीवार गिरने से उसके नीचे दबे मजदूरों के बारे में जैसे ही पुलिस महकमें को सूचना मिली तो आनन-फानन में मंगलौर पुलिस मौके पर पहुंची और उसके बाद इसकी जानकारी तत्काल जनपद के डीएम और पुलिस कप्तान को दी गई हादसे की जानकारी पाकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दिवेश शाशनी, पुलिस कप्तान परमिंदर डोभाल, एएसडीएम विजय नाथ शुक्ला, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ मंगलौर बीएस चौहान और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचे डीएम धीराज सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद मामले की गम्भीरता को देखते हुए इसकी मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी को जब इस हादसे की जानकारी मिली तो उन्होंने मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक परिजनों को दो-दो लाख रूपये मुआवजा देने की धोषणा की।
मौके पर अलग-अलग टीमें बनाकर बचाव कार्य शुरू किया गया और दीवार के नीचे दबे मजदूरों को जब बाहर निकाला गया तो उनमें पांच मजदूर मुकुल निवासी हरिद्वार, साबिर निवासी मुजफ्फरनगर अंकित निवासी मंगलौर, बाबू राम निवासी मंगलौर, जग्गी निवासी मुजफ्फरनगर मृतक पाये गये जबकि धायल मुजफ्फरनगर निवासी समीर, बागपथ निवासी रवि व सहारनपुर निवासी इजहार को रूडकी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान समीर की मौत हो गई।