2024 में ही दिखेगा अपराधमुक्त उत्तराखण्ड

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पुष्कर ने अपराध का अंत करने का लिया संकल्प
डकैती करने वाले डकैतों को पाताल से खोज निकालने का ऑपरेशन
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। मुख्यमंत्री के बारे में राज्य के अन्दर यह बात जोर पकडने लगी है कि वह जो संकल्प लेते हैं उसे पूरा करने तक वह चैन से नहीं बैठते। उत्तराखण्ड को 2025 तक अपराधमुक्त बनाने का संकल्प मुख्यमंत्री ने लिया था लेकिन जिस तरह से राज्य के स्थापना दिवस पर पांच डकैतों ने राजपुर रोड में रिलायंस ज्वैलरी शॉप में हथियारों की नोक पर डकैती डालकर पुलिस को चुनौती दी वह चुनौती आने वाले दिनों में डकैतों को इस बात का एहसास करायेगी कि उन्हांेने पुष्कर राज में डकैती डालने का जो दुसाहस किया है वह उनका दुसाहस कहीं अंतिम न हो जाये? मुख्यमंत्री ने डकैती डालने वाले डकैतों को पाताल से भी खोज निकालने का ऑपरेशन शुरू करा रखा है और दून पुलिस कप्तान डकैतों को दबोचने की रणनीति का खुद ऑपरेशन चला रहे हैं तथा बाहरी प्रदेशों में मौजूद पुलिस टीमों को वह लगातार डकैतों के हर ठिकाने को खंगालने का मिशन सौंपे हुये हैं। राज्य स्थापना दिवस पर हुई इस डकैती के बाद मुख्यमंत्री ने अपराध का अंत करने का अब संकल्प जिस रूप में लिया है उसे देखकर यह माना जा रहा है कि उत्तराखण्ड 2024 में ही अपराधमुक्त देखने को मिलेगा और बाहरी प्रदेश का कोई भी अपराधी आने वाले समय में उत्तराखण्ड के अन्दर कभी भी अपराध करने का दुसाहस नहीं कर पायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्डवासियों को अपराधियो के खौफ से आजादी दिलाने के लिए लम्बे समय से संकल्प लिये हुये हैं और उसी के चलते उन्होंने राज्य के अन्दर ऐसे पुलिस कप्तानों की तैनाती की हुई है जो अपराधियों को बिल से भी बाहर निकालने का दम रखते हैं। उत्तराखण्ड के चार मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और उधमसिंहनगर में हमेशा अपराधों का ग्राफ उफान पर रहा है लेकिन अब इन जिलों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिन पुलिस कप्तानों की तैनाती की है वह अपराधियों को सबक सिखाने के मिशन में आगे बढे हुये हैं।
उत्तराखण्ड को 2025 तक अपराधमुक्त करने का मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों के सामने संकल्प लिया था लेकिन जिस तरह से पांच डकैतों ने राज्य स्थापना दिवस पर राजपुर रोड में स्थित रिलायंस ज्वैलरी शॉप में हथियारों की नोक पर डकैती की वारदात को अंजाम दिया उसके बाद से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पारा सातवे आसमान पर है और वह इन डकैतों के दुसाहस का उन्हें बडा दंड भुगतना पडेगा इसमें कोई दोराय नहीं है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस डकैती को बडी गंभीरता से लिया है और उन्होंने दून पुलिस कप्तान अजय सिंह को डकैती में शामिल सभी डकैतों को पाताल से भी खोज निकालने का मिशन सौंप रखा है। डकैतों को खोजने के लिए दून के पुलिस कप्तान अजय सिंह और हरिद्वार के पुलिस कप्तान परमेंदर डोभाल ने अपनी टीमों को इन डकैतों की तलाश में देश के कई राज्यों में भेजा हुआ है। पुलिस कप्तान अजय सिंह लगातार डकैतों को खोज निकालने के लिए अपनी पुलिस टीमों को आदेश दे रहे हैं और उनसे मंथन कर वह हर उस गुनाहगार तक पहुंचने के लिए ऑपरेशन चलाये हुये हैं जिन्होंने इस डकैती को अंजाम देने के लिए अपने-अपने रोल अदा किये हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के अन्दर अपराध का अंत करने का एक बार फिर संकल्प ले रहे हैं और वह राज्य के अन्दर अपराधियों को वो सबक सिखाने का प्लान तैयार कर रहे हैं जिसके चलते कोई भी बाहरी राज्य का अपराधी उत्तराखण्ड के अन्दर अपराध करने का सोच भी नहीं पायेगा। मुख्यमंत्री के सख्त तेवरों को देखकर आभास हो रहा है कि उत्तराखण्डवासियों को 2025 नहीं बल्कि 2024 में ही अपराधमुक्त उत्तराखण्ड देखने को मिलेगा।

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