प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश में अगले वर्ष लोकसभा चुनाव होने हैं और चुनाव से पहले केदारनाथ और बद्रीनाथ के दौरे पर तमाम नेता आ रहे हैं। बीते लोकसभा चुनाव में जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ में समय बीताकर पूजा अर्चना और ध्यान लगाया था अब इस तरह से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी भी तीन दिनों तक केदारनाथ में रहकर चिंतन मनन और अध्यात्मिकता में डूबे रहेंगे। राहुल गांधी का यह निजी दौरा है और इस दौरे में वह पार्टी के राजनेताओं से दूर रहेंगे और बाबा केदारनाथ धाम में पूजा अर्चना और वहां के कार्यों को करीब से देखेंगे। मोदी की राह पर जिस तरह से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चले हैं उस पर देशभर की निगाह उन पर लगी हुई है और आज दोपहर वह केदारनाथ धाम पहुंचे जहां वह बडी सादगी के साथ बाबा के दर पर हाथ जोडकर उन्हें प्रणाम किया और वह वहां की अलौकिकता को देखकर भी मंत्रमुग्ध दिखाई दिये।
आज सुबह कांग्रेेस के वरिष्ठ राजनेता और सांसद राहुल गांधी जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचे। जहां से वह हैलीकाप्टर से बाबा केदारनाथ धाम पहुंचे। बाबा केदारनाथ धाम पहुंचने पर राहुल गांधी का केदारनाथ पंडा, पुरोहितों ने स्वागत किया और उसके बाद राहुल गांधी सीधे बाबा केदारनाथ के दर पर पहुंचे और वे जब बाबा के दर की ओर बढ रहे थे तो वहां प्रसाद की दुकानें लगाने वालों ने भी उनसे गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया। राहुल गांधी का यह दौरा निजी है जिसके चलते वहां कांग्रेस के नेताओं का कोई जमावडा देखने को नहीं मिला और मात्र एक-दो कांग्रेसी नेता ही राहुल गांधी के स्वागत में वहां पहुंचे हुये थे। सबसे अह्म बात यह है कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की व्यस्तता के बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी आज से तीन दिन तक बाबा केदारनाथ की शरण में रहेंगे। वे बाबा के दर पर ऐसे समय आये हैं जब पांच राज्यों में चुनाव प्रचार जोरो पर है। राहुल गांधी की केदारनाथ धाम की तीन दिवसीय निजी अध्यात्मिक यात्रा के राजनीतिक मायने भी हैं? राहुल गांधी के इस दौरे को कांग्रेस की नरम हिन्दुत्व रणनीति से जोडकर भी देखा जा रहा है। ऐसा पहली बार है जब गांधी परिवार की तरफ से कोई व्यक्ति तीन दिन किसी धार्मिक स्थल पर रूकेगा। इस दौरे के दौरान राहुल गांधी न तो कोई राजनीतिक कार्य करेंगे और न ही पार्टी के नेताओं से ज्यादा मेल मिलाप करेंगे। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी बाबा केदारनाथ धाम में रहकर पूजा अर्चना और वहां के कार्यों को करीब से देखेंगे।
गौरतलब है कि 2०13 की आपदा के बाद भी राहुल गांधी केदारनाथ आये थे उस दौरान राहुल गांधी ने गौरीकुंड से केदारनाथ की सोलह किलोमीटर पैदल यात्रा की थी। केदारनाथ प्रवास के दौरान राहुल गांधी ध्यान कुटिया में भी रह सकते हैं? बतादें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी एक रात ध्यान कुटिया में रह चुके हैं। राहुल गांधी के केदारनाथ धाम में आगमन को लेकर कांग्रेसी नेता एक नई ऊर्जा में दिखाई दे रहे हैं।