देहरादून(नगर संवाददाता)। राजधानी में प्रथम नवरात्रि पर माता शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई और भक्तों ने अनेकों मंदिरों व घरों में घट स्थापना कर पूजा अर्चना की और भक्तजनों ने इस दौरान व्रत रखे। इस दौरान वहीं दूसरी ओर मंदिरों को बडे ही आकर्षक ढंग से सजाया गया।
यहां राजधानी में सभी मंदिरों व घरों में नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई और भक्तों ने व्रत रखे। पंडितों ने बताया कि मान्यता है कि मां शैलपुत्री की पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर पंडितों ने बताया कि नवदुर्गाओं में शैलपुत्री का सर्वाधिक महत्व है। पंडितों ने बताया कि हिमालय के घर मां भगवती अवतरित हुईं, इसीलिए उनका नाम शैलपुत्री पड़ा। पंडितों ने बताया कि अगर जातक शैलपुत्री का ही पूजन करते हैं तो उन्हें नौ देवियों की कृपा प्राप्त होती है। वहीं शुक्ल और ब्रह्म योग में देवी भगवती का आगमन हो रहा है। यह देवी भगवती का लक्ष्मी रूप है। वहीं दूसरी ओर राजधानी के आसपास के मंदिरों में प्रथम नवरात्र के दिन मंदिरों में अभिषेक प्रात: से प्रारंभ हो गया और जिसमें दूध, दही, घी, शक्कर व जल से मां को पंचामृत बनाकर स्नान कराया गया व नवीन वस्त्र धारण कराए गए। इस अवसर पर मंदिरों में घट स्थापना की गई। इस अवसर पर पुजारियों ने सभी देवी देवताओं को आमंत्रित कर उनका पूजन किया गया और सभी देवी देवताओं का पूजन मंदिरों के पुजारी मे माध्यम से किया गया। इस अवसर पर अनेकों भक्तजनों ने मां का आशीर्वाद लिया और इस दौरान बड़ी संख्या में मंदिरों में श्रद्धालु शामिल रहे।