उत्तराखण्ड की पुरानी रील बदलने में जुटे सीएम
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मिलता आ रहा अभेद आशीर्वाद किसी से छिपा नहीं है और यही कारण है कि मुख्यमंत्री बडे से बडे फैसले उत्तराखण्ड में ही बैठकर ले रहे हैं और उन्हें किसी फैसले पर मोहर लगवाने के लिए दिल्ली नहीं जाना पडता? देवभूमि में प्रधानमंत्री के आगमन की सारी तैयारी का प्लान खुद मुख्यमंत्री ने तैयार किया था और प्रधानमंत्री ने आदि कैलाश और जागेश्वर धाम में शिव की पूजा अर्चना कर एक नई ऊर्जा वहां से प्राप्त की और उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री की कार्यशैली को लेकर उन्हें बडी शाबाशी से नवाजा उसका नजारा सबने देखा जिससे यह साफ हो गया कि उत्तराखण्ड के अन्दर पुष्कर सिंह धामी ईमानदारी के साथ सरकार चला रहे हैं। मोदी से मिली बडी शाबाशी से राज्य के मुख्यमंत्री एक्शन में दिखाई दे रहे हैं और वह राज्य में वर्षों से चली आ रही पुरानी रील को बदलने के मिशन में जिस तरह से तेजी के साथ जुटे हुये हैं उसको लेकर उत्तराखण्ड से लेकर प्रवासी उत्तराखण्डी मुख्यमंत्री के कायल हो रखे हैं कि वह राज्य को विकास की राह पर तेजी के साथ ले जा रहे हैं।
उत्तराखण्ड का जन्म होने के बाद से ही राज्य के अन्दर भ्रष्टाचार, घोटाले, माफियागिरी और अपराधियों का तांडव आवाम को चैन से नहीं सोने दे रहा था और उनके मन में एक दर्द था कि आखिरकार जिस विजन को लेकर उत्तराखण्ड का निर्माण हुआ था वह विजन आखिर कहां लुप्त हो गया? उत्तराखण्ड के अन्दर जिस तरह से कांग्रेस व भाजपा में मुख्यमंत्रियों को बदलने का दौर दिखाई दिया उससे यह आशा रही कि शायद उत्तराखण्ड सही दिशा में आगे बढ जाये लेकिन आवाम की यह सोच बार-बार चूर-चूर होती रही? उत्तराखण्ड के अन्दर भ्रष्टाचार और घोटालों का शोर जिस तेजी के साथ मचता रहा वह किसी से छिपा नहीं है और राज्य में 2017 में आई डबल इंजन सरकार से राज्यवासियों को काफी उम्मीद थी कि राज्य में अब भ्रष्टाचार और घोटालों पर लगाम लगेगी लेकिन आवाम को उस समय पीडा का अनुभव होने लगा जब भ्रष्टाचार और घोटालो ंका तांडव बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा था? 2022 में जब भाजपा हाई कमान ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी थी तो किसी को इस बात की आशा भी नहीं थी कि मात्र छह माह के भीतर पुष्कर सिंह धामी राज्य के अन्दर एक बार फिर कमल खिलाने में सफल हो जायेंगेे? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी किचन टीम राज्य के अन्दर पारदर्शिता और स्वच्छता के साथ सरकार चला रहे हैं और राज्य के अन्दर बाइस सालों से जिस भ्रष्टाचार और घोटाले का शोर अकसर आवाम को सुनाई देता था वह शोर पुष्कर राज में थम गया और उसके बाद भ्रष्टाचारियों पर जिस तरह से मुख्यमंत्री ने लगाम लगानी शुरू की उसको लेकर राज्यवासियों के चेहरे खिलखिलाने लगे हैं कि अब वो सभी भ्रष्टाचारी और घोटालेबाज बेनकाब होंगे जिन्होंने पूर्व सरकारों में भ्रष्टाचार का खेल खेला था? देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सफल और स्वच्छ भरी राजनीतिक पारी को देखते हुए उन्हें लगातार शाबासी दे रहे हैं और पिथौरागढ और अल्मोडा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुष्कर सिंह धामी की आधा दर्जन से अधिक बार पीठ थपथपाई उसके बाद नई ऊर्जा के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिस्टम को सही दिशा में ले जाने के लिए एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यवासियों को वचन दे रखा है कि 2025 तक उत्तराखण्ड देश के अग्रणीय राज्यों में शुमार हो जायेगा लेकिन राज्यवासी यह देखकर हैरान हैं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तो उत्तराखण्ड की पुरानी रील 2023 में ही काफी हद तक बदल डाली है जिसके चलते राज्यवासी पुष्कर सरकार ने अपने आपको सकून में महसूस कर रहे हैं और राज्य का युवा भी आनंद मे है कि अब नकल माफियाओं के दिन खत्म हो गये हैं और युवाओं की नौकरी पर कोई सिंडिकेट ग्रहण नहीं लगा पायेगा।