देहरादून( संवाददाता)। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में ‘मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजनाÓ का शुभारंभ किया। इस योजना से प्रदेश के 14 से 23 वर्ष के 26०० खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। इस योजना से प्रत्येक जनपद से बालक एवं बालिका वर्ग में 1००-1०० खिलाड़ी लाभान्वित होगें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखण्ड करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक खिलाड़ी को प्रतिमाह ०2-०2 हजार रूपये की छात्रवृत्ति एवं खेल संबंधी उपकरण लेने के लिए प्रतिवर्ष 1०-1० हजार रूपये प्रदान किये जायेंगे। यहां सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कुछ खिलाडिय़ों को दो-दो हजार रूपये का चेक प्रदान कर योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना के तहत खिलाडिय़ों को चेक भी प्रदान किये। कार्यक्रम के दौरान पैरालंपिक खिलाडिय़ों एवं नेशनल पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल प्राप्तकर्ता अपर पुलिस महानिदेशक अमित सिन्हा को भी सम्मानित किया। इस दौरान राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य में खेल से जुड़ी चार घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कॉलेज, देहरादून के खिलाडियों हेतु 2०० बैड के छात्रावास का निर्माण कराया जायेगा। हरि सिंह थापा स्पोट्र्स कॉलेज लेलू, पिथौरागढ़ के खिलाडिय़ों हेतु 5० बैड के छात्रावास का निर्माण कराया जायेगा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के खिलाडिय़ों का दैनिक भोजन भत्ता 25० रुपए से बढ़ाकर भारतीय खेल प्राधिकरण की भांति 48० रुपए प्रतिदिन, प्रति खिलाड़ी किया जायेगा। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले उत्तराखण्ड के खिलाडिय़ों को साधारण बस एवं स्लीपर रेल किराया से बढ़ाते हुए एसी बस अथवा थ्री टीयर एसी ट्रेन यात्रा की सुविधा प्रदान की जायेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों और खेल प्रेमियों को बधाई देते हुए कहा कि मेजर ध्यानचंद के अनुकरणीय एवं शानदार खेल कौशल ने भारतीय हॉकी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि अपने खेल के दम पर उन्होंने दुनिया भर के लाखों दिलों पर राज किया।
उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद ने हॉकी की दुनिया में भारत को एक अलग पहचान दिलाई। हाल ही में भारतीय हॉकी टीम ने भी चौथी बार एशियन हॉकी चैम्पियन ट्राफी जीतकर एक इतिहास रचा है और भारत का मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ा है। वैश्विक स्तर पर भारत को एक अलग पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में खिलाडिय़ों के सामथ्र्य का सम्मान हो रहा है। देश के जैवलिन थ्रो के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2०23 में गोल्ड मेडल जीतकर एक बार फिर से साबित कर दिया कि दुनिया में कहीं भी खेल का मैदान हो, भारत का तिरंगा शान से लहराता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी खेलों को बढावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। पिछले वर्ष शुरू की गई मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना में ०8 से 14 वर्ष के उभरते खिलाडिय़ों को 15०० रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। प्रदेश में करीब 39०० उभरते खिलाडिय़ों को खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। राज्य में खेल और खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन हेतु नई खेल नीति लाई गई है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को नियमानुसार त्वरित वित्तीय लाभ दिये जाने हेतु मुख्यमंत्री खेल विकास निधि की स्थापना की गयी है। खिलाडिय़ों के प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण शिविरों में तथा यात्रा के दौरान दुर्घटना होने पर आर्थिक सहायता की व्यवस्था भी की गई है। विश्वविद्यालयों में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु पांच प्रतिशत स्पोट्र्स कोटा की व्यवस्था करने के लिये नियमावली बनाने जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य के अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों को आउट ऑफ टर्न सेवायोजन प्रदान किये जाने की व्यवस्था की जा रही है। राज्याधीन सेवाओं में सेवायोजन के लिए चार प्रतिशत खेल कोटे को पुन: लागू किये जाने की कार्यवाही भी अंतिम चरण में है। इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। खेल को केन्द्र बिन्दु में रखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। अगले वर्ष उत्तराखण्ड राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करेगा। नई खेल नीति में खिलाडिय़ों के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों के नकद पुरस्कार में भी वृद्धि की गई है। इस अवसर पर विधायक खजानदास, मेयर विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार, खेल निदेशक जितेन्द्र कुमार सोनकर आदि उपस्थित थे।