वारदात करने आये कुख्यात लुटेरे दबोचे

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देहरादून(संवाददाता)। यह कहावत आज उस समय सच साबित हो गई कि अपराधी चाहे पाताल में भी जाकर छुप जाये तो उसे पुलिस वहां से भी खोज निकालती है। ऐसा ही कुछ प्रेमनगर इलाके की पुलिस ने करके दिखा दिया। हुआ यूं कि चौदह दिन पूर्व दो बरमाशों ने शाम ढलते ही प्रेमनगर इलाके में एक युवक की तमंचे के नोक पर मोटर साइकिल लूट ली थी और उसे तमंचे से आतंकित करते हुए वह फरार हो गये थे। प्रेमनगर थाना प्रभारी व झाझरा चौकी प्रभारी के लिए लूट की यह वारदात एक बडी चुनौती बन गई थी क्योंिक लुटेरों ने रात्रि के समय वारदात की और वह इतनी तेजी से मोटरसाइकिल लेकर फरार हुये थे कि किसी सीसीटीवी कैमरे में वह कैद ही नहीं हो पाये थे। प्रेमनगर थाना प्रभारी व झाझरा चौकी प्रभारी ने फुलसनी चौक से धौलासपुर जाने वाली सडक पर संदिग्धों की तलाशी के लिए ऑपरेशन चलाया तो हरियाणा के दो बदमाश लूट की मोटरसाइकिल और पिस्टल के साथ पकडे गये जिन्होंने बताया कि वह इलाके में लूट की वारदात को अंजाम देने आये थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। इस ब्लाइंड लूट की वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को दस हजार रूपये ईनाम देने की घोषणा की है।
आज पुलिस कप्तान दलीप कुवर ने पत्रकारों से रूबरू होकर बताया कि उन्होंने प्रेमनगर इलाके में राधव विहार में पिस्टल की नोक पर राजेश से अपाचे मोटर साइकिल लूट ली थी और उसे पिस्टल दिखाकर धमकी दी थी कि अगर उसने किसी को इसकी जानकारी दी तो वह उसे मार देंगे। कप्तान ने बताया कि इस घटना का खुलासा करने के लिए प्रेमनगर थाना प्रभारी पीडी भट्ट और झाझरा चौकी प्रभारी दीपक मैठाणी को टीम के साथ मैदान में उतारा और उसके बाद यह टीम लूटेरो की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही लेकिन मोटर साइकिल का कुछ पता नहीं चल पाया क्योंकि तेज मोटरसाइकिल चलाने के दौरान उसकी नम्बर प्लेट प्रकाश में नहीं आती। झाझरा चौकी प्रभारी दीपक मैठाणी ने पावटा साहिब जाने वाले रास्ते पर दो सौ सीसीटीवी खंगाले लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला उसके बाद थाना प्रभारी पीडी भट्ट और दीपक मैठाणी ने चण्डीगढ़, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में भी संदिग्धों की तलाश में चौदह दिन लगा दिये और आज वह जब धोलास के पास चैकिंग कर रहे थे तो एक संदिग्ध मोटर साइकिल आते देख थाना प्रभारी पीडी भट्ट व चौकी प्रभारी दीपक मैठाणी ने उसे रोककर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने अपने नाम हरियाणा निवासी सुखजिंदर उर्फ सुक्खू सिरसा हरियाणा व शिव कुमार उर्फ गोलू निवासी हरियाणा बताया और कबूला कि उन्होंने ही पिस्टल की नोक पर मोटरसाइकिल लूटी थी। पुलिस ने उनसे पिस्टल भी बरामद की। इस वारदात में उनका एक साथी अमरजीत उर्फ गूूरी अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया।
पुलिस कप्तान ने बताया कि पूछताछ में लुटेरों ने खुलासा किया कि जुलाई में वह प्रेमनगर में आये थे और उन्होंने हरजिंदर निवासी प्रेमनगर से कमरा भी लिया था तभी वह किसी बडी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। बीच में वह वापस सिरसा चले गये थे और चार अगस्त को वह फिर वापस आये और मकान मालिक ने जब उनसे आधार कार्ड वैरिफिकेशन करने के लिए मांगा तो उन्होंने अपना आधार कार्ड और आईडी नहीं दी और सात अगस्त को मकान मालिक को बिना बताये शाम के समय मकान से निकल गये और क्षेत्र में रैकी की लेकिन किसी घटना को अंजाम नहीं दे पाये थे। कप्तान ने बताया कि लुटेरों ने खुलासा किया कि रात्रि सवा दस बजे उन्होंने एक अपाचे बाइक सवार को रोका और उसकी पीठ पर पिस्टल लगाई तो उसने उन्हें मोटर साइकिल दे दी उसके बाद वह तीनों धर्मावाला की ओर चले गये वहां पुलिस चैकिंग चल रही थी उसके चलते वह दरारेट से सहारनपुर से पावटा साहब चले गये और रात को एक होटल में रूके और अगले दिन चंडीगढ़ मुहाली होते हुए पंजाब चले गये थे और अपने बचाव के लिए उन्होंने नम्बर प्लेट भी चेंज कर दी थी।

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