देहरादून(संवाददाता)। जासूसी कांड पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज करते हुए केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और केन्द्र सरकार का पुतला फूंका। यहां एनएसयूआई के कार्यकर्ता कांग्रेस भवन में हिमांशु रावत के नेतृत्व में इकटठा हुए ओर वहां से केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एस्ले हॉल चौक पहुंचे और वहां पर केन्द्र सरकार का पुतला फूंककर अपना विरोध दर्ज किया। इस अवसर पर छात्र नेता हिमांशु रावत ने कहा है कि इसराइली कंपनी पैगासस स्पाईवेर की मदद लेकर भारत सरकार द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी, विपक्ष के नेताओं की जासूसी एवं मीडिया के फोन टैपिंग करने के विरोध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा नेतृत्व का पुतला फूंका गया है। इस अवसर पर हिमांशु रावत जी ने कहा कि जैसे विपक्ष के इतने बड़े नेताओं का फोन टैप हो सकता है तो क्या 2०19 के चुनाव में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नही हुई होगी और यह भी किसी से छिपा हुआ नहीं है।
उन्होंने कहा अगर भाजपा की केन्द्र सरकार इसी तरह लोकतंत्र की हत्या करती रहेगी तो एनएसयूआई सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लम्बे समय से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी व उनके स्टाफ के लोगों,देश के सर्वोच्च न्यायालय के जजों, चुनाव आयुक्त व देश के अनेक पत्रकारों व मानव अधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी करवा रही थी जिसके लिए केंद्र सरकार ने पेगासस नामक इजराइली सॉफ्टवेयर खरीद कर यह असंवैधानिक कृत्य किया।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार की यह हरकत अक्षम्य है क्योंकि यह लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर संगठन के अनेक कार्यकर्ता शामिल रहे।