सहसपुर। विधानसभा अन्तर्गत जस्सोवाला गांव में आबादी क्षेत्र के नजदीक मानको को ताक पर रखकर हॉटमिक्स प्लांट संचालित किया जा रहा है जिसके काले जहरीले धूंए से आसपास के ग्रामीणो का जीना मुहाल हो गया है लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है वायुमंडल में चारो ओर काला धूंआ फैला हुआ है ग्रामीणो ने अवैध हॉटमिक्स प्लांट की शिकायत कई बार स्थानीय विधायक व स्थानीय प्रशासन से की है लेकिन कोई भी ग्रामीणों की समस्या को हल नहीं कर पा रहा है हॉटमिक्स प्लांट से निकलने वाला काला धूंआ बुजुर्गो ओर मासूम बच्चों के जीवन पर गहरा असर डाल रहा है? ग्रामीणों को मासूम बच्चों के जीवन की चिंता सताने लगी है।
चर्चा है कि किसी भी उद्योग को स्थापित करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी प्राप्त करनी होती है यदि कोई भी उद्योग एयर पोलूशन वाटर पोलूशन करता है या उसके यहां से एयर पोलूशन होता है तब उसको अपने यहां ईटीपी एयर ट्रीटमेंट प्लांट लगाना होता है इसी प्रकार जब कोई उद्योग वाटर पोलूशन करता है तो उसको अपने यहां एसटीपी स्थापित करना अनिवार्य है लेकिन जस्सोवाला में स्थापित हॉटमिक्स प्लांट पर यह देखने में आया है कि हॉट मिक्स प्लांट ईटीपी संचालित भी कर रहे हैं पर उससे निकलने वाली सलज को प्लांट से बाहर खुले में फेंक रहें हैं या नदी में बहा रहें हैं आसन नदी किनारे स्थापित यह हॉट मिक्स प्लांट वायु प्रदूषण के साथ-साथ जल को भी प्रदूषित कर रहा है? चर्चाएं हैं कि यदि किसी भी उद्योग को स्थाई या अस्थाई रूप में पर स्थापित किया गया हो यदि वह पर्यावरण नियम को पालन नहीं करता है तब पर्यावरण विभाग उस पर कार्यवाही करने के लिए उचित नियमों के अंतर्गत कठोर से कठोर कार्रवाई करने के लिऐ स्वतंत्र है? वहीं जस्सोवाला में लगातार देखने में आ रहा है है कि या तो उद्योग ईटीपी का संचालन ही नहीं करते जिस से लगातार वायु प्रदूषण होता रहता है जबकि पर्यावरण विभाग का कहना है की ईटीपी या एसटीपी से निकलने वाली सलज का निस्तारण बड़ी ही सावधानी से किया जाता है जिसके लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उत्तराखंड में एक मात्र कंपनी को उसके निस्तारण का ठेका दिया गया है और यह उद्योग जो रुड़की में स्थापित है वह इस सलज के निस्तारण के लिए उद्योगों से मोटी फीस वसूल करता है लेकिन जस्सोवाला गांव में स्थापित हॉट मिक्स प्लांट इन शर्तो व नियमो का पालन करता नजर नहीं आ रहा है?
हॉट मिक्स प्लांट से निकलने वाली सलज को रुड़की के निस्तारण केंद्र में न भेजकर खुले में ही डाला जा रहा है जो कि हैजार्ड की श्रेणी में आता है ओर इस सलज से बहुत बड़ा दुष्प्रभाव पड़ेगा साथ ही आसन नदी में रहने वाले जलीय जंतुओ का जीवन भी खतरे में पड़ सकता है? आसन नदी पर ही एशिया का सबसे बड़ा वैटलैंड आसन वैट लैंड है जिसमे विदेशी पक्षी प्रवास पर आते है अगर यही हालात रहें तो वह दिन दूर नहीं जब आसन वैट लैंड का अस्तित्व भी समाप्त हो जायेगा आसन नदी को प्रदूषित व पर्यावरण में जहर घोलने वाले हॉट मिक्स प्लांट पर पर्यावरण प्रदूषण विभाग व पर्यावरण संरक्षण आयोग ने चुप्पी साधी हुयी है इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि मानको को ताक पर रखकर चलाए जा रहें हॉट मिक्स प्लांट में कही विभागीय सांठगांठ तो नहीं है? इस वजह से बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलाए जाने पर भी विभाग चुप्पी साधे है या यह कहा जाये कि जानबूझ कर संबंधित विभाग कार्यवाही नहीं कर रहें है जिसका खामियाजा भविष्य में क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ेगा ओर क्षेत्र में गंभीर बीमारियों से कई बेगुनाह लोगों की जान जायेगी साथ ही पवित्र आसन नदी का अस्तित्व भी समाप्त हो जायेगा? हालाकि जस्सोवाला व खुशहालपुर ग्रामीण प्लांट के विरोध में कई बार हंगामा भी कर चुके हैं लेकिन सरकारी तंत्र हमेशा ऐसे विरोध के उठने वाले स्वर पर चुप्पी साध लेता है जिससे उसकी भूमिका पर भी हमेशा सवालिया निशान लगते आ रहे हैं?