सीएम की पारी देख गद्गद् हो रहा साधु समाज
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड में कुंभ के शुरू होने से पूर्व जिस तरह से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कुंभ की अवधि को कम किया था उससे व्यापारियों व साधु समाज के मन में सरकार को लेकर एक बडा आक्रोश था कि कुंभ को कराने में किस तरह से सरकार के पूर्व मुखिया कारोना काल को हथियार बनाकर श्रद्धालुओं को भय में डाल रहे हैं? उत्तराखण्ड में जेसे ही नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के रूप में सत्ता पर आसीन हुये तो उन्होंने खुला ऐलान कर दिया कि कुंभ विशाल रूप से मनाया जायेगा और सभी अधिकारियों को आदेश दिये कि पहले शाही स्नान में हैलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा की जाये। मुख्यमंत्री के इस फैसले से जिस साधु समाज व व्यापारियों में एक निराशा की भावना पैदा हो गई थी वह तीरथ के नये कुंभ में आये अद्भुत उत्साह से इतने गद्गद् हो गये कि उन्होंने होली पर आईजी कुंभ के साथ फूलों की होली खेलते हुए जमकर ठुमके लगाये और आईजी ने जिस तरह से साधु समाज के साथ उनके बीच आनंदमय होकर खुले दिल से होली मनाई उससे साफ दिखाई दे रहा है कि तीरथ सिंह रावत ने कुंभ में किस तरह से साधु समाज के मन में एक बडा उत्साह पैदा कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि जैसे ही उत्तराखण्ड में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को हटाकर उनके स्थान पर तीरथ सिंह रावत को राज्य का नया मुख्यमंत्री घोषित किया गया तो उन्होंने तत्काल आदेश दिये कि कुंभ की सीमा कम नहीं की जायेगी और हरिद्वार में अद्भुत कुंभ उत्साह के साथ दिखेगा। तीरथ ंिसह रावत ने पहले शाही स्नान में खुद साधु संतों के बीच जाकर आकाश से पुष्प वर्षा कराने के लिए हैलीकॉप्टर का इंतजाम कराया था जिसे देखकर शाही स्नान करने आये साधु समाज के अन्दर एक नया उत्साह देखने को मिला और उनके मन में एक आशा की किरण जागी कि अब कुंभ वैसा ही भव्य दिखाई देगा जिसकी उन्होंने कल्पना की थी। मुख्यमंत्री ने कुंभ को भव्य बनाने के लिए कुंभ अधिकारियों को विशेष आदेश दिये और इस आदेश को धरातल पर उतारने के लिए आईजी कुंभ संजय गुंज्याल एक बडा रोल अदा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। आईजी नये मुख्यमंत्री के सपनों के कुंभ को हकीकत में धरातल पर उतारने के लिए बडी रणनीति के तहत आगे आ रहे हैं। आये दिन साधु संतो से मुलाकात कर आईजी उन्हें यह विश्वास दिला रहे हैं कि कुंभ का आयोजन सभी शाही स्नान में भव्य व ऐतिहासिक ही दिखाई देगा। बीते रोज होली के पर्व को देखते हुए आईजी कुंभ संजय गुंज्याल साधु समाज के बीच पहुंचे और वहां उन्होंने जिस तरह से होली के गीतों पर साधु समाज के साथ मिलकर लम्बे समय तक ठुमके लगाकर इस पर्व को यादगार बनाने की दिशा में जिस तरह से अपनी भूमिका निभाई उससे साफ नजर आ गया कि कुंभ के आयोजन को लेकर आईजी किस तरह से गंभीर हो चुके हैं और वह खुद आगे आकर साधु समाज के साथ उनकी हर खुशी में साथ खडे हो रहे हैं उससे साफ नजर आ रहा है कि आईजी कुंभ तीरथ सिंह रावत के कुंभ को ऐतिहासिक बनाने के लिए किस तरह से आगे आकर उसे अद्भुत बना रहे हैं। तीरथ सिंह रावत ने जिस तरह से कुंभ को सफल बनाने की दिशा में अपने कदम आगे खींच रखे हैॅं उससे वह देशभर के साधु समाज की नजरों में एक रियल हीरो बन गये हैं।