देहरादून(संवाददाता)। ग्राम गल्जवाडी के निवासियों का उत्पीडऩ किये जाने के विरोध में क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इस प्रकार की कार्यवाही को रोकने की मांग की गई।
यहां ग्राम गल्जवाडी की ग्राम प्रधान लीला शर्मा के नेतृत्व में क्षेत्रवासी बडी़ संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचे और वहां पर ग्राम गल्जवाडी को उजाडऩे व वहां पर बरसों से रह रहे लोगों का उत्पीडऩ किये जाने के विरोध में जमकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी के बीच प्रदर्शन किया। इस अवसर पर लीला शर्मा ने कहा है कि यहां पर आबादी बसी हुई है और वहां पर कई जगह पर झाडी व जंगल दिखाया गया है और वहां पर सालों से आबादी बसी हुई और वर्ष 2०15 में मुख्यमंत्री उत्तराखंड द्वारा आबादी दर्शाने के लिए अधिसूचना जारी की गई थी, जबकि उन्हें ज्ञात हुआ कि क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा सर्वे किया जा रहा है और लेखपाल सेपूछने पर उन्होंने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाये। उन्होंने कहा कि बरसों से बसी हुई आबादी क्षेत्र को सरकार द्वारा वन विभाग में निहित कर दी गई है ओर सरकार द्वारा की गई इस कार्यवाही से ग्राम में बसेग्रामवासियों पर अन्याय हो रहा है और उनका लगातार उत्पीडन किया जा रहा है। जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बसी आबादी को उजाडने की कार्यवाही हो रही है जबकि काईकोर्ट में आबादी दर्शाने हेतु प्रार्थना पत्र दाखिल किया था और हाईकोर्ट ने भी शासन को आबादी दर्शाने हेतु आदेश जारी किया था और इसके बावजूद भी शासन द्वारा आबादी को वन विभाग में हस्तान्तरित कर दिया गया जबकि वर्ष 2००9 में आबादी की सूची भी बनाई गई थी। इस अवसर पर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इस प्रकार की कार्यवाही को निरस्त किये जाने की मांग की गई।
इस अवसर पर प्रदर्शन करने वालों में ग्राम प्रधान लीला शर्मा, मीना थापा, निर्मला, धनराज जोशी, लक्ष्मी अधिकारी, ललित प्रसाद, मदन शर्मा, श्याम प्रताप, राम राना, छवि लाल, लक्ष्मण राम, मीरा शर्मा सहित अनेक ग्रामवासी शामिल थे।