हाई रिस्क वाले शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं की होगी चैकिंग: मुख्यमंत्री

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हरिद्वार के सभी चौक प्वाइंट पर की गई सैनेटाइजर ओर मॉस्क की व्यवस्था
नगर संवाददाता
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि हरिद्वार में हो रहे कुंभ में कोरोना की गाइडलान का सभी को पालन करना जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार के सभी चौक प्वाइंट पर सैनेटाइजर ओर मॉस्क की व्यवस्था कर दी है। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क वाले शहरो से आने वाले श्रद्धालुओं को बिना चैकिंग के नही जाने दिया जाएगा। यहां बीजापुर हाउस में वर्चुअल रूप से पत्रकारों से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमित होने के चलते वर्चुवल रूप से जुड़ पा रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली दौरे पर जाने से पहले ही संक्रमित हो गया था और अभी कुछ दिन ओर गाइडलाइन के चलते आइसोलेट रहेंगें। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के चहुमुखी विकास के लिए जो जरूरी है, उस दिशा में आगे बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विशेष ध्यान उत्तराखंड की ओर है, और उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहे है, उन्होंने कहा कि वर्चुअल रूप से विभागो की समीक्षा बैठक कर रहा हूँ, और विभागों की वस्तुस्थिती जान रहे है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में फोकस कर रहे है, कोविड गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है, जनता से भी गाइडलाइन का पालन करवाना है,प्रदेश में 138 इमरजेंसी आपातसेवा 1०8 की नई गाडिय़ों की संस्तुति की है और 4०3 डॉक्टर्स का चयन स्वास्थ्य विभाग जल्द ही करने जा रहे है। उन्होंने कहा कि 21 प्रोफेसर मेडिकल कॉलेज के लिए किया जा रहा है, नर्सों की भर्ती जल्द ही शुरू होगी, अप्रैल माह में भर्ती शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन , वेंटिलेटर की व्यवस्थ दुरस्त करने में जुटे है। उन्होंने कहा कि भविष्य में पर्यटन के क्षेत्र में भी काम होगा। उन्होंने कहा कि कुम्भ में कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा, हरिद्वार के सभी चौक पॉइंट पर सैन्टाइजर ओर मास्क की व्यवस्था कर दी है। उन्होंने कहा कि साधु संतों को हरिद्वार में जगह दे दी गयी है। उन्होंने कहा कि 12 साल में कुम्भ आता है, इसलिये सभी लोग वहाँ आना चाहते है,। उन्होंने कहा कि गाइडलाइन का पालन जरूरी है, लेकिन जनता के मन मे डर नहीं होना चाहिए, बॉर्डर पर बसें खड़ी रहेगी, श्रद्धालुओं को लाने ले जाने का काम होगा, उन्होंने कहा कि यवस्था न बिगड़े इसका खास ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क वाले शहरो से आने वाले श्रद्धालुओं को बिना चैकिंग के नही जाने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गैरसैण कमिश्नरी पर विचार हो रहा है और उन्होंने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग तो आंदोलन करते ही रहेंगे, शासनादेश को अभी लंबित रखा गया है। उन्होंने कहा कि जिन शहरो पर स्थिति गंभीर है वहां लॉकडाउन लागू हुआ है और यहां उत्तराखंड में भी बिना चैकिंग के किसी को भी नही आने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो में देरी नही होनी चाहिए और कार्यो में गुणवत्ता दिखनी चाहिए, पारदर्शी होना जरूरी है, जो इनका पालन नही करेगा उसके खिलाफ कार्रवाही होगी, उन्होंने कहा कि जो सही है उसका प्रोत्साहित करेंगे, जो गलत होगा उसको कोई स्थान नही मिलेगा।

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