नेता प्रतिपक्ष बिजेन्द्र पाल की अध्यक्षता में कमेटी गठित
संवाददाता
देहरादून। नगर निगम द्वारा कोविड 19 के दौरान बाजार भाव से कई गुना ज्यादा भाव पर खरीदे सोडियम हाइपोक्लोराइड सैनिटाइजर मामले की जांच की मांग को लेकर कांग्रेसजनों ने नगर निगम में प्रदर्शन कर धरना दिया। वहीं दूसरी नेता प्रतिपक्ष नगर निगम बिजेन्द्र पाल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर दी गई है।
यहां पार्टी के कार्यकर्ता व कांग्रेस पार्षद बड़ी संख्या में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष डा. बिजेन्द्र पाल के नेतृत्व में नगर निगम पहुंचे ओर वहां प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा आरटीआई से मिली जानकारी में नगर निगम प्रबंधन ने 12 रुपए प्रति लीटर के लगभग मिलने वाले इस केमिकल को 6० रुपए की दर पर खरीदा गया है और जिसमें सीधे तौर पर प्रबंधन की लापरवाही और मिलीभगत दिखाई देती है । आप का सीधे तौर पर कहना है कोविड के दौरान नगर निगम प्रबंधन द्वारा खरीदे इस केमिकल के महंगे दर पर खरीदने की जांच होनी जरूरी है ।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आपदा में अवसर का लाभ उठा कर नगर निगम देहरादून में छिड़काव के लिए खरीदे गए सैनिटाइजर में बड़े पैमाने पर हुए घपले की उच्च स्तरीय जांच करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कहा कि आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा मांगी गई सूचना का जवाब और उस से हुए खुलासे से साफ पता चलता है कि किस तरह भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों ने घपले घोटाले किये । उन्होंने कहा कि बिना टेंडर व बिना कोटेशन के कई गुना दाम में सैनिटाइजर खरीदना साबित हो चुका है। उन्होंने कहा कि पूरे कोरोना काल में हुई खरीद की जांच करनी चाहिए जिससे जनता के पैसे की बंदरबांट का खुलासा हो सके। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर विषय है और बिना टैंडर प्रक्रिया के 12 रूपये कीमत वाले सैनिटाइजर को साठ रूपये प्रति लीटर में खरीदा गया और यह खुलासा आरटीआई से हुआ है और ऐसे में जानकारी भी नगर निगम की ओर से ही सामने आई है तो समाचार पत्रों के खिलाफ शिकायत किस आधार पर की गई इसे तत्काल वापस लिया जाये।
इस अवसर पर अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर धरने व प्रदर्शन में महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष डा. बिजेन्द्र पाल सिंह, आनंद त्यागी, सोम प्रकाश वाल्मीकि, अर्जुन सोनकर सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल थे। वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों व सफाई कर्मचारियों ेन कुछ समाचार पत्रों के खिलाफ नगर निगम में प्रदर्शन कर विरोध दर्ज किया।