एसटीएफ-राजधानी पुलिस के हाथ से फिसला हत्यारा

0
385

और रेणुका देवी की टीम ने दबोच लिया लडकी का कातिल
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। शहर कोतवाली की धारा चौकी के समीप स्थित एंबेसडर होटल के एक कमरे में एक लडकी का कत्ल हो गया था और हत्यारे को खोजने के लिए पुलिस की टीमों के साथ एसओजी भी मैदान में कूद रखी थी लेकिन हत्यारे का कुछ सुराग नहीं लग रहा था इस पर एसटीएफ भी लडकी के हत्यारे को खोजने के लिए मैदान में कूदी लेकिन वह भी हत्यारे तक नहीं पहुंच पाई। पौडी पुलिस कप्तान को जैसे ही एक गोपनीय सूचना मिली तो उन्होंने अपनी टीम को श्रीनगर में संदिग्धों की चैकिंग के आदेश दिये और एक संदिग्ध युवक को जब पिट्ठू बैग के साथ आते हुए देखा तो शक के आधार पर उसे हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो उसने खुलासा कर दिया कि होटल के कमरे में उसी ने लडकी का कत्ल किया था। हैरानी वाली बात रही कि जिस हत्यारे को दून पुलिस व एसटीएफ तक नहीं खोज पाई उसे महिला थाने की प्रभारी ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जिस पर पुलिस कप्तान ने हत्यारे को दबोचने वाली पुलिस टीम को ढाई हजार रूपये ईनाम देने की घोषणा की है।
मिली जानकारी के अनुसार पौडी पुलिस कप्तान रेणुका देवी को गोपनीय सूचना मिली कि दून के कोतवाली क्षेत्र के एक होटल में एक लडकी का कत्ल करने वाला हत्यारा अपने गांव आ रहा है इस पर पुलिस कप्तान ने श्रीनगर व महिला थाना श्रीनगर को अपने क्षेत्र में संदिग्ध वाहनों की चैकिंग के आदेश दिये। बताया जा रहा है कि यह भी सूचना दी गई कि हत्यारा चमोली की तरफ जा रहा है जिसकी आंखें भूरी हैं और उसने एक पिट्ठू बैग लिया हुआ है इस पर पुलिस टीम ने चैकिंग अभियान चलाया और हुलिये से मिलते जुलते जब एक युवक को दबोचा तो उसने पूछताछ में अपना नाम विजय सिंह बताया। पुलिस ने बताया कि विजय सिंह ने बताया कि रविवार को वह धारा चौकी के पास एक होटल का कमरा लिया था और एक लडकी को अपने साथ पांच हजार रूपये देकर लाया था। पुलिस का दावा है कि होटल के कमरे में दोनो में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और उसने लडकी का गला घोटकर उसकी हत्या कर दी और डर से वह मथुरा उत्तर प्रदेश भाग गया था। पुलिस का दावा है कि हत्यारे ने खुलासा किया कि उसे इस बात की भनक लग गई थी कि दून पुलिस उसे ढुंढ रही है जिसके चलते वह अपने गांव चमोली जा रहा था। हत्यारे के पकडे जाने के बाद राजधानी की पुलिस ने राहत की सांस ली और पौडी पुलिस ने हत्यारे विजय को दून पुलिस के हवाले कर दिया। सबसे बडा सवाल यह है कि जिस हत्यारे को दून पुलिस व एसटीएफ खोज रही थी वह उनके हाथों से फिसलकर पौडी पुलिस के हाथों में चला गया और इस पूरे गुडवर्क का श्रेय पौडी पुलिस को जाता है जिसकी थानाध्यक्ष दीक्षा सैनी, दरोगा प्रवीणा सिंदोला, महिला कांस्टेबल अनिता व कांस्टेबल अरविंद कुमार को जाता है। अब इस गुडवर्क से पौडी पुलिस की कप्तान राज्य के नये मुख्यमंत्री की नजर में एक बेहतर पुलिस कप्तान साबित हो गई।

LEAVE A REPLY